धनबाद: पीएमसीएच अस्पताल की रीढ़ माने जाने वाले आउटसोर्सिंग पर कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों को अपनी रोजी रोटी की चिंता सताने लगी है. इसी क्रम में शुक्रवार से स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा हड़ताल पर जाने की घोषणा की गई थी. पीएमसीएच अधीक्षक के आश्वासन के बाद उन्होंने हड़ताल को स्थगित कर दिया है.
आत्मदाह की चेतावनी
लेकिन स्वास्थ्यकर्मियों ने यह चेतावनी दी है कि यदि उन्हें दोबारा कार्य पर नहीं रखा गया तो वे इलाज में बाधा पहुंचाने का काम करेंगे. साथ ही कई कर्मियों ने आत्मदाह की चेतावनी भी दी है. करीब 450 स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल में आउटसोर्सिंग पर कार्यरत हैं. अस्पताल के कई महत्वपूर्ण कार्य में इनकी सहभागिता है.
स्वास्थ्यकर्मी परेशान
दरअसल, आगामी 30 जून को अस्पताल में आउटसोर्सिंग पर कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों की सेवा समाप्त होने वाली है. वजह यह है कि पूर्व में जिस एजेंसी के द्वारा इन कर्मियों को बहाल किया गया था, उस एजेंसी की टेंडर तिथि 30 जून तक निर्धारित है. दूसरी कंपनी द्वारा वर्तमान में टेंडर लिया जा चुका है. नई कंपनी के लिए एक जुलाई से अपने स्टाफ को बहाल करना है. लेकिन इस नई कंपनी के द्वारा अब तक पूर्व में कार्य कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों से किसी तरह की कोई बातचीत नहीं की गई. जिसे लेकर अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मी बेहद परेशान हैं.
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रोजी-रोटी की समस्या
स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि पिछले चार सालों से वे अस्पताल में सेवा दे रहे हैं. यदि उन्हें हटा दिया जाता है तो उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या होगी. आखिरकार स्वास्थ्यकर्मियों ने शुक्रवार को हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी. जिसके बाद पीएमसीएच अधीक्षक एचके सिंह ने उनकी मांगों पर विचार करने का भरोसा दिलाया है. जिसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने हड़ताल स्थगित कर दिया. इधर, अस्पताल प्रबंधन की ओर से डॉक्टर एके सिंह अस्पताल का जायजा लेने पहुंचे. उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों की मांगों को जायज बताया.