धनबाद: जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि किसानों की आमदनी दोगुना करने की बात और घोषणा करने वाली मोदी सरकार ने देश के किसानों और गरीबों को कुचलने का काम किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एक तरफ किसानों को दोगुना आमदनी उपलब्ध कराने की बात करती है तो वहीं, दूसरी तरफ देश में कृषि विधेयक लाया जा रहा है. केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण पहले से ही किसान वर्ग त्रस्त और आत्महत्या कर रही है. ऐसे में कृषि विधेयक लाना बिल्कुल किसान विरोधी विधेयक है. इस विधेयक को लाए जाने को लेकर देश की गरीब जनता और किसान वर्ग हतोत्साहित और आक्रोशित है.
आर्थिक संकटों से जूझ रही देश की जनता
जिला अध्यक्ष ने कहा कि मौजूदा स्थिति में देश की जनता आर्थिक संकटों से जूझ रही है. देश कि आर्थिक स्थिति और अर्थव्यवस्था चरमरा गई है. लोग लाचार, बेबस और हतोत्साहित है. देश के किसानों, गरीब मजदूरों और बेरोजगारों की स्थिति दयनीय है. महंगाई चरम सीमा पर है. ऐसे में साधारण और व्यवसायी वर्ग परेशान हैं.
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कृषि विधेयक को वापस करने की मांग
ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा देश के महत्वपूर्ण संस्थानों का निजीकरण कर किसानों, गरीब मजदूरों और बेरोजगारों को कुचलने का काम कर रही है. केंद्र सरकार द्वारा कृषि विधेयक लाए जाने से खफा उनके मंत्रिमंडल के शिरोमणि अकाली दल की केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरन कौर बादलका इस्तीफा देना सिर्फ और सिर्फ दिखावा और लोगों को दिग्भ्रमित करने वाला है. जिला कांग्रेस कमेटी देश की इन सभी ज्वलंत समस्याओं का निराकरण करने और जनहित किसान के हित में केंद्र सरकार के लाए गए कृषि विधेयक को वापस करने की मांग करती है.