धनबाद: बीआइटी सिंदरी में खनन विभाग के प्रोफेसर ने अपने आवास में फांसी लगा ली. आनन-फानन में परिजन उन्हें पीएमसीएच लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा है कि वो पिछले कई महीनों से डिप्रेशन में चल रहे थे.
बीआईटी सिंदरी के खनन विभाग के प्रोफेसर सुबोध कुमार का शव उनके कमरे में पंखे के सहारे फंदे से झूलता मिला. कमरे से दो घंटे बाद भी बाहर नहीं आने पर सुबोध की पत्नी ने दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन अंदर से कुंडी लगी होने की वजह से वो खोल नहीं सकी. काफी देर कोशिश करने के बाद उन्होंने पड़ोस के लोगों को मदद के लिए बुलाया. स्थानीय लोगों ने तत्काल मामले की जानकारी पुलिस को दी.
सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा तो अंदर का मंजर देखर सबके होश फाख्ता हो गए. सुबोध का शरीर बेडशीट के सहारे पंखे से लटक रहा था. परिजन फौरन उनको लेकर अस्पताल गए, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी.
पुलिस अधिकारी वीके मिश्रा ने कहा कि मृत सुबोध की पत्नी ने पुलिस को बताया कि सुबोध बीपी और शुगर के मरीज थे. उनका इलाज रांची के एक अस्पताल से चल रहा था. दवा भी वो समय पर नहीं ले रहे थे. पिछले कई महीनों से वो डिप्रेशन में थे.