धनबाद: कोयलांचल में आंगनबाड़ी सेविका और सहिया को अप्रैल माह से मानदेय नहीं मिल रहा है. जिस कारण उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है. लेकिन अब उनके लिए अच्छी खबर आई है. उनके 2 महीने के मानदेय भुगतान पर शासन स्तर से सहमति बन गई है.
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आंगनबाड़ीकर्मियों का नहीं मिल रहा मानदेय
जिले में 282 आंगनबाड़ीकर्मियों का मानदेय बीते अप्रैल माह से ही बंद है. मानदेय नहीं मिलने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है. रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है. इन्हीं समस्याओं को लेकर आंगनबाड़ीकर्मियों ने जिला उपायुक्त संजीव कुमार से मिलकर अपनी समस्याओं को अवगत कराया. जिसके बाद 2 महीने का मानदेय देने पर सहमति बन गई है. हालांकि आंगनबाड़ीकर्मी इससे खुश नहीं हैं और उन्होंने बकाया पूरे मानदेय को देने की मांग की है.
6 महीने का है बकाया
आंगनबाड़ी सेविका सहायिका के जिला अध्यक्ष करमी देवी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बार-बार ऐसा ही किया जाता है. लगभग 6 महीने से वेतन बंद है. लेकिन हर बार की तरह इस बार भी 2 महीने का वेतन दिया गया है. उन्होंने जिला प्रशासन से पूरा बकाया मानदेय दिलाने की मांग की है.
सखियों ने की थी डीसी से मुलाकात
इससे पहले आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्यरत पोषण सखियों के पिछले 6 महीनों से बकाया मानदेय के भुगतान को लेकर झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी पोषण सखी संघ (Jharkhand State Anganwadi Employees Nutrition Sakhi Sangh) के बैनर तले सखियों ने मंगलवार को डीसी संदीप कुमार से मुलाकात की थी. डीसी ने उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया था.