देवघर: एक तरफ देवघर में सियासी पारा पूरे चरम पर है, तो दूसरी तरफ आसमान से बरस रही आग और पानी के लिए मचे हाहाकार से देवघर वासियों का दम निकल रहा है. पूरे शहर का जलस्तर करीब पंद्रह से बीस फिट नीचे चला गया. जिससे निगम की जलापूर्ति योजना धरी की धरी रह गई. अब आलम ये है कि निगमकर्मी अब बारिश की आस लगाए बैठे हैं. वहीं, जूस और तरबूज का सहारा लेकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं.
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दरअसल, पिछले साल रही मॉनसून की मायूसी का असर, इस साल गर्मी की शुरूआती दिनों से दिखने लगी है. पूरे शहर का जलस्तर नीचे चला गया, जिसकी वजह से लोगों को पानी की किल्लत हो रही है. निगम अभियंता समीर सिन्हा ने बताया कि जिन स्रोतों से शहर में जलापूर्ति की जा रही थी, वो भी लगभग सूख चुकी है. लिहाजा पानी की घोर समस्या पैदा हो गई है.
पूरे निगम क्षेत्र में आम जनता की प्यास बुझाने की खातिर 9 सौ के करीब ट्यूबवेल लगाए गए हैं. जिनमें ज्यादातर की हालत बदतर है. कुछ में पानी नहीं है तो कुछ अब जमींदोज होने के कगार पर है. ऐसे में अभी आने वाला वक्त और झुलसने वाला होगा. लिहाजा शहर वासियों को अभी घोर जल संकट का सामना करना पड़ सकता है.
बहरहाल, निगम के अधिकारी भी जलसंकट के समाधान को लेकर कोई ठोस समाधान नहीं निकाल पा रहे हैं. ऐसे में जूस और तरबूज ही एक मात्र विकल्प नजर आ रहा है, जिसका सेवन कर लोग अपनी प्यास बुझा रहे हैं.