देवघर: जिले के कोरोना संक्रमण को लेकर बीते लगभग पांच महीनों से लॉकडाउन के कारण बाबा मंदिर बंद था जिस कारण श्रवणी मेला भी नहीं लगाया गया. ऐसे में श्रवणी मेला लगे जिसके लिए गोड्डा सांसद ने देश के सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और न्यायालय के आदेश के बाद राज्य सरकार को इसपर विचार कर खोलने का आदेश दिया गया. जिसको लेकर सावन पूर्णिमा के दिन 200 लोगों को दर्शन कराया गया था. जिसके बाद फिर बंद कर दिया गया और पूर्व की तरह पुरोहित ही बाबा भोले की पूजा अर्चना करा रहे थे.
भक्तों में खुशी
कोरोना के चलते भक्त और भगवान की दूरी आखिरकार बीते गुरुवार को समाप्त हो गई और राज्य सरकार हर दिन सुबह 6 बजे से 10 बजे तक 200 श्रद्धालुओं को कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी मानकों जैसे थर्मल स्क्रीनिंग, सेनेटाइजर, मास्क, सोशल डिस्टेंस का पालन के साथ पूजा करने की अनुमति दी गई. जिससे भक्तों में भी खुशी है.
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सभी एंट्री प्वाइंट पर चेकपोस्ट
बहरहाल, सिर्फ झारखंड के ही श्रद्धालु बाबा भोले का दर्शन कर पाएंगे. राज्य सरकार के निर्देशानुसार, ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से महज चार घंटे में 200 लोग दर्शन कर पाएंगे. जिसको लेकर वेबसाइट जारी की जा रही है जो कि आगामी रविवार को शुरू कर दिया जाएगा. जिसके माध्यम से लोग ऑनलाइन बुकिंग करेंगे. ऑनलाइन बुकिंग के बाद भक्तों को अपना पहचान पत्र भी रखना अनिवार्य होगा. साथ ही जिले के सभी एंट्री प्वाइंट पर चेकपोस्ट के माध्यम से निगरानी भी पुलिस पदाधिकारी के माध्यम से कराया जा रहा है.