देवघर: जिले के सारवां प्रखंड के सीचसी में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही देखने को मिली. जहां डॉक्टरों ने एक दिव्यांग की नसबंदी कर दी वो भी बिना उसकी मर्जी के. जिससे पीड़ित दिव्यांग लापरवाह डॉक्टर पर आक्रोशित है और कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहा है.
दरअसल, सारवां के मझलाडीह के राणा टोला का रहने वाला एक दिव्यांग हरि राणा हाइड्रोसिल में स्वेलिंग से पीड़ित था और ऑपरेशन के लिए सारवां सीचसी में गया. ऑपरेशन के लिए डॉक्टरों से आग्रह किया और सीचसी के डॉक्टरों ने हाइड्रोसिल का ऑपरेशन भी कर दिया लेकिन दो दिनों के बाद पीड़ित को बताया कि हाइड्रोसिल के साथ एनएसवी भी कर दी है. जिसकी जानकारी मिलते ही पीड़ित दिव्यांग आग बबूला हो गया है.
कानूनी कार्रवाई की मांग
वहीं पीड़ित दिव्यांग अब बिना इजाजत के एनएसवी के ऑपरेशन किये जाने की जानकारी के बाद लापरवाह डॉक्टर पर कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहा है. ऐसे में दिव्यांग के साथ हुई इस लापरवाही को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. जदयू जिला अध्यक्ष ने इस दिव्यांग के साथ हुई लापरवाही को लेकर जब सीएचसी चिकित्सा प्रभारी से जवाब तलब किया तो अपना ठीकरा सहिया पर थोप रहे हैं. ऐसे में दोषी डॉक्टरों के खिलाफ झारखंड सरकार से जांच कर कानूनी कार्रवाई की मांग की जा रही है.
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इस मामले को लेकर जिले के उपायुक्त को अवगत कराया और उपायुक्त ने यह भरोसा दिलाया कि सिविल सर्जन से इसकी टीम गठित कर जांच कराया जाएगा. इसके साथ ही दोषी पाए जाने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सरकार से मिलने वाली सुविधा को भी पीड़ित को उपलब्ध कराया जाएगा.