देवघर: शहर से लगभग 5 किलोमीटर दूर गोपालपुर गांव में किसान भोला सिंह ने 5 एकड़ बंजर भूमि पर हैदराबादी केले की खेती कर मिसाल कायम की है. अमूमन ऐसा देखा गया है कि इस इलाके की जमीन में केले की खेती नहीं होती है. ऐसे में किसान भोला सिंह ने अपने पुरखों की बंजर पड़ी भूमि को खेतिहर बना दिया है. भोला सिंह उस जमीन पर केले की खेती कर रहे हैं, जो इलाके में चर्चा का विषय बन गया है.
भोला सिंह ने अपनी दरियादिली से बंजर पड़ी 5 एकड़ जमीन पर केले की खेती लहलहा दिया और आज लाखों के मालिक बन गए. भोला सिंह के केले की खेती देखकर अब आसपास के पढ़े-लिखे युवक भी इनसे प्रेरणा ले रहे है. रोजाना इनके केले की खेत में आकर इनसे सिख ले रहे हैं.
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युवा बताते है कि जिस तरह सालभर की मेहनत से इन्होंने अपने आप को आत्मनिर्भर बनाया है. वह वाकई काबिल-ए-तारीफ है. अब हमलोग भी इनसे सिख लेकर पढ़ाई-लिखाई छोड़कर खेती करेंगे.
आइकॉन बने किसान भोला सिंह
किसान भोला सिंह अब अपने क्षेत्र के लिए एक आइकॉन के रूप में उभरे हैं. जिस तरह से बंजर भूमि को खेतिहर बनाकर भोला आत्मनिर्भर बने हैं, उससे दर्जनों स्थानीय श्रमिकों को भी रोजगार मिल रहा है. अब काम की तलाश में भटकने वाले लोग गांव में रोजगार मिलने से काफी खुश हैं.
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कुल मिलाकर भोला सिंह की बंजर भूमि में केले की खेती आसपास के पढ़े लिखे युवाओं को काफी प्रेरित कर रही है. अगर भोला जैसे और भी किसान केले की खेती के लिए आगे आएंगे तो न सिर्फ यहां की जरुरते पूरी होंगी, बल्कि किसानों की आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी.