देवघर: बाबाधाम में श्रावणी मेला चल रहा है (Shravani Mela in Deoghar). इस मेले में लाखों शिवभक्त सुल्तानगंज से जल उठाकर कांवर यात्रा कर रहे हैं. बिहार और झारखंड की सरकार अपने-अपने राज्य में कांवड़ियों की सुविधा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इसी बीच देवघर जिले के डीसी मंजूनाथ भजंत्री (Deoghar Dc Manjunath Bhajantri) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में देवघर बाबा मंदिर में जल अर्पण करने आए दो कांवड़िए देवघर डीसी से रास्ते में बिछाए गए बालू की शिकायत करते नजर आ रहे हैं. ऐसे में उनकी समस्या सुनने के बाद डीसी ने उनसे अमर्यादित भाषा का उपयोग किया.
ये भी पढ़ें: क्या है बाबा वैद्यनाथ धाम का गठजोड़वा अनुष्ठान, मुगलकाल में चलती रही परंपरा
श्रावनी मेले (Shravani Mela in Deoghar) में कावड़ यात्रा के दौरान 105 किलोमीटर की लंबी यात्रा का कुछ हिस्सा बिहार में पड़ता है तो कुछ झारखंड राज्य में श्रद्धालु झारखंड में 10 से 12 किलोमीटर की यात्रा कर बाबा मंदिर पहुंचते हैं. ऐसे में कई जगह उन्हें थोड़ी परेशानी का भी सामना करना पड़ता है. ऐसे ही एक कांवड़िए ने रास्ते में आ रही परेशानी का जिक्र देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री से किया. इसका एक वीडियो वीडियो वायरल हो रहा है.
वीडियो में कावड़िया देवघर जिले के उपायुक्त से कह रहे हैं कि बाबाधाम घुसते ही 10 से 12 किलोमीटर की यात्रा बहुत थकान और कष्टदायक होती है. रास्ते में वो घायल भी हो जाते हैं. इसी बात पर जिले के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री पहले सवाल करते हैं कि आप कहा से हैं. जिसपर कांवड़िया ने जवाब दिया कि वह छपरा जिले का है. साथ ही DC साहब दूसरा सवाल करते हैं कि आप किस राजनीतिक पार्टी से हैं.
वीडियो में ये साफ है की इस सवाल पर कांवड़िया किसी राजनीती पार्टी के जुड़े होने से साफ इंकार कर रहे हैं. वहीं DC साहब कहते हैं कि राजनीती छोड़ दीजिए यहां की व्यवस्था बहुत अच्छी है. ये मामला अब तूल पकड़ रहा है. इस मामले में बाबूलाल मरांडी सीधे हेमन्त सोरेन से सवाल कर रहे हैं. बाबूलाल मरांडी ट्वीट कर लिखते हैं कि 'बाबाधाम पहुंचने वाले श्रद्धालु पर वहां के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की अमर्यादित भाषा हैरान करने वाली है. ये उपायुक्त शुरू से ही विवाद मे रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी इन्हें नौकरी से इस्तीफा दिलवाकर अपने दल का कार्यकारी अध्यक्ष बना देना चाहिए.'
इसके साथ ही बाबूलाल मरांडी ने दूसरे ट्वीट मे लिखा 'उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को कांवड़ियों की पीड़ा और आपबीती में राजनीती दिख रही है. ऐसे अधिकारियों के कारण नौकरशाही की बदनामी होती है. मुख्यमंत्री जी इन्हे निलंबित कर कठोर करवाई करिए.' हालांकि वयवस्था खराबी में कितनी सच्चाई है इसको लेकर बब ईटीवी भारत के संवाददाता ने कांवड़ियो से यहां की वयवस्था के बारे में जानने की कोशिस की तो कांवड़ियों ने बताया कि यहां की वयवस्था अन्य साल की तुलना मे काफी अच्छी है. यहां किसी प्रकार की कोई दिक्क़त नहीं हो रही है.