चाईबासा: झारखंड जनरल कामगार यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा ने पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और सांसद गीता कोड़ा पर स्वार्थ की राजनीति करने का गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता को बेवकूफ बनाकर मधु कोड़ा ने करोड़ों अरबों रुपए लूट लिए लेकिन क्षेत्र की जनता की स्थिति जस की तस बनी हुई है.
जॉन मिरन मुंडा ने कहा कि लगभग 20 सालों से क्षेत्र के जन प्रतिनिधि बने हुए हैं, कुछ दिन पहले एसीसी कंपनी के गेस्ट हाउस में जमीन मालिकों के साथ बैठक करते हुए उन्होंने रैयतों को झूठ बोल कर बैठक बुलाई और बैठक में न्याय दिलाने के नाम पर रैयतों के पहुंचने पर मधु कोड़ा और गीता कोड़ा ने उनसे जमीन के खतियान जमा करवाने के लिए कहा गया.
केंद्रीय अध्यक्ष ने मधु कोड़ा और गीता कोड़ा पर सवाल दागते हुए कहा कि एसीसी कंपनी के खिलाफ ग्रामीणों के आंदोलन और आरोपों को लेकर विधानसभा जांच कमेटी का गठन किया गया और 2013 में गीता कोड़ा खुद विधानसभा जांच कमेटी की सदस्य रही उन्होंने खुद झींकपानी एसीसी पहुंच कर ग्रामीणों से मिली और हकीकत को करीब से देखा. इसके बावजूद आज 7 साल बीत जाने के बाद भी जमीन मालिकों को हक और अधिकार नहीं मिल सका है और समता जजमेंट के प्रावधान को इंप्लीमेंट नही करवा सकी. जॉन मीरन मुंडा के सवाल किए जाने पर वह आग बबूला हो गई. जिसके बाद लोगों ने उनके किए गए कारनामा का पंपलेट छपवा कर जनता के बीच बांट रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि जब मधु कोड़ा मुख्यमंत्री रहे उस दौरान पांचवी अनुसूची के प्रावधानों के तहत समता जजमेंट और पेसा कानून को कमजोर कर पूरे झारखंड की खनिज संपदा को लूटने का उन्होंने काम किया. नोवामुंडी प्रखंड इसका ताजा उदाहरण है. उन्होंने कहा कि मधु कोड़ा और गीता कोड़ा लगातार 20 सालों से सांसद विधायक मंत्री रहे लेकिन पश्चिम सिंहभूम के बेरोजगारों के लिए रोजगार नहीं दिला सके.