चाईबासा: कोरोना संक्रमितों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है, जिसे देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि शहर में लोकल ट्रांसमीटिंग की संभावना बढ़ी है. बता दें कि शुक्रवार को शहर में अब तक कि सबसे अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है, जिसे देखते हुए सदर अस्पताल के सिविल सर्जन ने कोरोना को लेकर लोकल ट्रांसमीटिंग की प्रबल संभावना होने की आशंका जतायी है.
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सदर अस्पताल के सिविल सर्जन ओपी गुप्ता ने बताया कि जिस प्रकार से अचानक कोरोना पॉजिटिव मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. उससे स्थानीय स्तर पर कोरोना संक्रमण फैलने की प्रबल संभावना नजर आने लगी है. इससे निपटने के लिए शहरवासियों का सहयोग बहुत ही जरूरी है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि खनन कार्यालय के कर्मियों के संपर्क में आने वाले तमाम लोगों की कोरोना जांच कर ली गई है.
उन्होंने बताया कि शहर में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़ी है. उनका कहना है कि बिहार से कुछ लोग आए हैं, जिनसे कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. पिछले दिनों माइनिंग विभाग के किए गए कार्यक्रम के कारण कुछ लोग संक्रमित हुए हैं. वहीं, कांटेक्ट ट्रेसिंग पर जानकारी मिली कि माइनिंग के कर्मी की पत्नी पटना से आई थी जिनसे लोकल ट्रांसमिटिंग में मामले बढ़ गए थे. हालांकि, उस चेन को तोड़ दिया गया है.
बता दें कि सीआरपीएफ कैंप से कुछ पॉजिटिव मामले आये थे. एक सीनियर सिटीजन को भी अस्पताल लाया गया था, जिन्हें पहले से सांस लेने में दिक्कतें हो रही थी. उनका ट्रूनेट टेस्ट कराया गया है जिसमें उनका रिजल्ट पॉजिटिव निकला है, जिसके बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए जमशेदपुर स्थित टीएमएच में भर्ती करवाया गया है. अब तक 22 एक्टिव मामले जिले में हैं और शहर में 9 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं.