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श्मशान घाट की जमीन पर स्कूल का अवैध कब्जा, अब कार्रवाई

पश्चिम सिंहभूम मतकमहातू पंचायत स्थित गोप, ताती और मुंडा समुदाय के श्मशान घाट की जमीन पर अतिक्रमण कर डीपीएस स्कूल प्रबंधन ने अवैध कब्जा कर सभागार बना दिया. इस पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए उक्त भवन को सील कर दिया है.

श्मशान घाट की जमीन पर स्कूल का कब्जा
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Published : Jun 20, 2019, 10:22 AM IST

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के सदर प्रखंड के मतकमहातू पंचायत स्थित गोप, ताती और मुंडा समुदाय के श्मशान घाट की जमीन पर अतिक्रमण कर डीपीएस स्कूल प्रबंधन ने अवैध कब्जा कर लिया है. दो तल्ला सभागार को जिला प्रशासन ने अपने कब्जे में लेकर उक्त भवन में ताला जड़ दिया है.

श्मशान घाट की जमीन पर स्कूल का कब्जा

अवैध कब्जा
डीपीएस स्कूल परिसर के पास स्थित श्मशान घाट के जमीन पर स्कूल प्रबंधन ने कब्जा कर दो तल्ला भवन का निर्माण करा लिया था. इसे लेकर भारी विरोध भी हो रहा था. गोप, ताती और मुंडा समुदाय के लोग श्मशान घाट की जमीन पर अवैध कब्जा और भवन निर्माण कराने को लेकर विरोध कर रहे थे.

भारी विरोध
वहीं, भारी विरोध के बावजूद स्कूल प्रबंधन ने श्मशान की जमीन पर कब्जा कर भवन का निर्माण कराया. पिछले वर्ष पीड़ित समुदाय के लोगों द्वारा की गई शिकायत के बाद सदर अनुमंडल पदाधिकारी दीपू कुमार द्वारा की गई जांच में स्कूल प्रबंधन द्वारा श्मशान घाट की जमीन पर कब्जा कर अवैध तरीके से भवन निर्माण कराने का प्रमाण मिला.

राजनीतिक दबाव
इसके बाद उक्त अवैध कब्जा पर बने भवन को तोड़ने का आदेश दिया गया. उक्त अवैध भवनों को तोड़ने के लिए एसडीओ, बीडीओ और सीओ दल बल के साथ पहुंचे. मगर भारी राजनीतिक दबाव के कारण टीम को वापस लौटना पड़ा. इसी बीच हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ और उक्त अवैध भवन को बचाने के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा उक्त भवन को जिला प्रशासन को दान दे दिया गया.

मुख्यमंत्री जनसंवाद में पहुंचा मामला
इसके बावजूद उक्त भवन पर स्कूल प्रबंधन का ही कब्जा रहा. उक्त भवन को भाड़े पर दिया जाने लगा और राजनीतिक कार्यक्रम भी होने लगे. श्मशान घाट की जमीन पर अवैध कब्जा कर भवन निर्माण कराने का मामला मुख्यमंत्री जनसंवाद में भी पहुंचा. मुख्यमंत्री जनसंवाद में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल के समक्ष यह मामला आया.

स्कूल बोर्ड भी हटाया गया
उन्होंने मुख्यमंत्री जनसंवाद की समीक्षा करते हुए श्मशान घाट की उक्त जमीन पर बने अवैध भवन को तोड़ने या कब्जे में लेने का आदेश दिया. विडंबना यह रही कि सरकार के प्रधान सचिव को भी जिले के अधिकारियों द्वारा गुमराह किया गया और बताया गया कि उक्त भवन को जिला प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया है, जबकि उक्त अवैध भवन पर स्कूल प्रबंधन का कब्जा रहा और भवन पर स्कूल का बोर्ड भी अवैध तरीके से लगा दिया गया.

ये भी पढ़ें- सिमडेगा में मारा गया नक्सली है बगराय चंपिया, ईटीवी भारत का खुलासा

सरकार ने अपने कब्जे में लिया
मामला संज्ञान में आने और मुख्यमंत्री जनसंवाद में उठने और प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल के निर्देश पर एसडीओ सदर परितोष ठाकुर, सीओ सदर के साथ डीपीएस स्कूल पहुंचे और श्मशान घाट पर बने अवैध दो तल्ला भवन को अपने कब्जे में ले लेकर ताला जड़ दिया. उक्त अवैध भवन में लगे स्कूल के बोर्ड को भी एसडीओ ने हटवा दिया. जिला प्रशासन के अनुसार भवन अब सरकारी हो गया है और सरकार के कब्जे में रहेगा.

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के सदर प्रखंड के मतकमहातू पंचायत स्थित गोप, ताती और मुंडा समुदाय के श्मशान घाट की जमीन पर अतिक्रमण कर डीपीएस स्कूल प्रबंधन ने अवैध कब्जा कर लिया है. दो तल्ला सभागार को जिला प्रशासन ने अपने कब्जे में लेकर उक्त भवन में ताला जड़ दिया है.

श्मशान घाट की जमीन पर स्कूल का कब्जा

अवैध कब्जा
डीपीएस स्कूल परिसर के पास स्थित श्मशान घाट के जमीन पर स्कूल प्रबंधन ने कब्जा कर दो तल्ला भवन का निर्माण करा लिया था. इसे लेकर भारी विरोध भी हो रहा था. गोप, ताती और मुंडा समुदाय के लोग श्मशान घाट की जमीन पर अवैध कब्जा और भवन निर्माण कराने को लेकर विरोध कर रहे थे.

भारी विरोध
वहीं, भारी विरोध के बावजूद स्कूल प्रबंधन ने श्मशान की जमीन पर कब्जा कर भवन का निर्माण कराया. पिछले वर्ष पीड़ित समुदाय के लोगों द्वारा की गई शिकायत के बाद सदर अनुमंडल पदाधिकारी दीपू कुमार द्वारा की गई जांच में स्कूल प्रबंधन द्वारा श्मशान घाट की जमीन पर कब्जा कर अवैध तरीके से भवन निर्माण कराने का प्रमाण मिला.

राजनीतिक दबाव
इसके बाद उक्त अवैध कब्जा पर बने भवन को तोड़ने का आदेश दिया गया. उक्त अवैध भवनों को तोड़ने के लिए एसडीओ, बीडीओ और सीओ दल बल के साथ पहुंचे. मगर भारी राजनीतिक दबाव के कारण टीम को वापस लौटना पड़ा. इसी बीच हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ और उक्त अवैध भवन को बचाने के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा उक्त भवन को जिला प्रशासन को दान दे दिया गया.

मुख्यमंत्री जनसंवाद में पहुंचा मामला
इसके बावजूद उक्त भवन पर स्कूल प्रबंधन का ही कब्जा रहा. उक्त भवन को भाड़े पर दिया जाने लगा और राजनीतिक कार्यक्रम भी होने लगे. श्मशान घाट की जमीन पर अवैध कब्जा कर भवन निर्माण कराने का मामला मुख्यमंत्री जनसंवाद में भी पहुंचा. मुख्यमंत्री जनसंवाद में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल के समक्ष यह मामला आया.

स्कूल बोर्ड भी हटाया गया
उन्होंने मुख्यमंत्री जनसंवाद की समीक्षा करते हुए श्मशान घाट की उक्त जमीन पर बने अवैध भवन को तोड़ने या कब्जे में लेने का आदेश दिया. विडंबना यह रही कि सरकार के प्रधान सचिव को भी जिले के अधिकारियों द्वारा गुमराह किया गया और बताया गया कि उक्त भवन को जिला प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया है, जबकि उक्त अवैध भवन पर स्कूल प्रबंधन का कब्जा रहा और भवन पर स्कूल का बोर्ड भी अवैध तरीके से लगा दिया गया.

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सरकार ने अपने कब्जे में लिया
मामला संज्ञान में आने और मुख्यमंत्री जनसंवाद में उठने और प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल के निर्देश पर एसडीओ सदर परितोष ठाकुर, सीओ सदर के साथ डीपीएस स्कूल पहुंचे और श्मशान घाट पर बने अवैध दो तल्ला भवन को अपने कब्जे में ले लेकर ताला जड़ दिया. उक्त अवैध भवन में लगे स्कूल के बोर्ड को भी एसडीओ ने हटवा दिया. जिला प्रशासन के अनुसार भवन अब सरकारी हो गया है और सरकार के कब्जे में रहेगा.

Intro:चाईबासा। पश्चिम सिंहभूम जिले के सदर प्रखंड के मतकमहातू  पंचायत  स्थित गोप, ताती , मुंडा समुदाय के श्मशान घाट की जमीन पर अतिक्रमण कर डीपीएस स्कूल प्रबंधन ने अवैध कब्जा कर बनाए गए दो तल्ला सभागार को आज जिला प्रशासन ने अपने कब्जे में ले कर उक्त भवन में ताला जड़ दिया है।

Body:डीपीएस स्कूल परिसर के पास स्थित श्मशान घाट के जमीन पर  स्कूल प्रबंधन ने कब्जा कर दो तल्ला भवन का निर्माण  करा लिया था । इसको लेकर भारी विरोध भी हो रहा था। गोप, ताती ,मुंडा समुदाय के लोग श्मशान घाट के जमीन पर अवैध कब्जा और भवन निर्माण कराने को लेकर विरोध कर रहे थे ।वहीं भारी विरोध के बावजूद स्कूल प्रबंधन ने श्मशान की जमीन पर कब्जा कर भवन का निर्माण कराया।  पिछले वर्ष  पीड़ित  समुदाय के लोगों द्वारा की गई शिकायत केे बाद सदर अनुमंडल पदाधिकारी दीपू कुमार द्वारा की गई जांच में स्कूल प्रबंधन द्वारा श्मशान घाट की जमीन पर कब्जा कर अवैध तरीके से भवन निर्माण कराने  का  प्रमाण मिला ।  इसके बाद उक्त अवैध कब्जा पर बने भवन को तोड़ने क्या आदेश दिया गया।  उक्त अवैध भवनों को तोड़ने के लिए एसडीओ वीडियो - सीओ दल बल के साथ पहुंचे मगर भारी राजनीतिक दबाव के कारण टीम को वापस लौटना पड़ा। इसी बीच हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ और उक्त अवैध भवन को बचाने के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा उक्त भवन को जिला प्रशासन को दान  दे दिया गया। मगर इसके बावजूद उक्त भवन पर स्कूल प्रबंधन का ही कब्जा रहा उक्त भवन को भाड़े पर दिया जाने लगा और र राजनीतिक कार्यक्रम भी होने लगे । श्मशान घाट की जमीन पर  अवैध कब्जा कर भवन निर्माण  कराने का मामला मुख्यमंत्री जनसंवाद में भी पहुंचा । मुख्यमंत्री जनसंवाद में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल के समक्ष यह मामला  आया उन्होंने मुख्यमंत्री जनसंवाद की समीक्षा करते हुए शमशान घाट  की उक्त जमीन पर बने अवैध भवन को तोड़ने अथवा कब्जे में लेने का आदेश दिया ।विडंबना यह रही  कि  सरकार के प्रधान सचिव को भी जिले के अधिकारियों द्वारा गुमराह किया गया और बताया गया है कि उक्त भवन को जिला प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया है जबकि  उक्त अवैध भवन पर स्कूल प्रबंधन का कब्जा रहा और भवन पर स्कूल का बोर्ड भी अवैध तरीके से लगा दिया गया।  मामला संज्ञान में आने और मुख्यमंत्री जनसंवाद में उठने और प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल के निर्देश पर आज एसडीओ सदर परितोष ठाकुर ,सीओ सदर के साथ डीपीएस स्कूल पहुंचे और श्मशान घाट पर बने अवैध दो तल्ला भवन को अपने कब्जे में ले लिया और तालाबंदी कर दी । उक्त अवैध भवन में लगे स्कूल के बोर्ड को भी एसडीओ ने हटवा दिया।  जिला प्रशासन के अनुसार आज से भवन उक्त भवन सरकारी हो गया है और अब सरकार के कब्जे में रहेगा। Conclusion:
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