चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आगामी 18 जून से प्रारंभ होने वाले गहन स्वास्थ्य सर्वे सप्ताह के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक में स्वास्थ्य सर्वे अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई है.
एनसीडी सर्वे सप्ताह
घर-घर जाकर सर्वे करने का यह कार्य 25 जून तक संचालित किया जाएगा और इसमें जिले की सहिया, एएनएम और सीएचओ की ओर से कोविड-19 और अन्य संबंधित बीमारी का विस्तृत ब्यौरा का संकलन करते हुए आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने की पहल की जाएगी. अभियान के प्रथम दिन स्वास्थ्य सर्वे कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार और जन जागरूकता अभियान संचालित किया जाएगा. 19 जून से 24 जून तक सर्वे का कार्य संचालित होगा. 25 जून को सर्वे प्रतिवेदन अधोहस्ताक्षरी के समक्ष प्रस्तुत किए जाएंगे. बैठक के बाद उपायुक्त अरवा राजकमल ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में डोर टू डोर सर्वे का कार्यक्रम का आयोजन आगामी 18 जून से किया जाएगा. पूरे एक सप्ताह एनसीडी सर्वे सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा यानि घर-घर जाकर जो भी गैर संचारी रोग हो या इस बार विशेष कर हम लोग कोरोना के संबंध में यथा इनफ्लुएंजा के लक्षण या खांसी, बुखार आदि के जो लक्षण होंगे उनका भी घर-घर जाकर सर्वे किया जाएगा.
घर-घर जाकर सर्वे का कार्य
उपायुक्त ने बताया कि आगामी 19 जून से 21 जून तक जितने भी सहिया हैं वह घर-घर जाकर सर्वे का कार्य करेंगी और 22, 23, 24 जून को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र/प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी के स्तर वैसे रेफर किए गए व्यक्ति जिनमें लक्षण हैं न कि सिर्फ कोविड-19 बल्कि अन्य रोग यथा टीवी, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, लीवर रोग आदि से संबंधित हो तो वैसे सभी रोग से संबंधित डाटा भी तैयार किया जाएगा. उपायुक्त ने बताया कि विशेषकर इस बार कोरोना संक्रमण का समय है तो कोविड-19 से संबंधित लक्षण भी अगर रहता है तो उनको भी एक बार वहां मौजूद चिकित्सा पदाधिकारी उनके लक्षण के आधार पर कि उनका जांच करना है या नहीं करना है या रेफर करना है इससे संबंधित भी निर्णय लिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि यह पूरा कार्यक्रम 18 जून से लेकर 25 जून तक संचालित होगा और इसके सफल संचालन को लेकर वे क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि गण, समाज के सभी मानकी-मुंडा गण सभी से अनुरोध करूंगा कि कार्यक्रम में सर्वे का काम करने वाले एएनएम या सहिया होगी तो उनको आप अपना सहयोग प्रदान करें और मॉनिटरिंग करने के लिए जो कार्यरत एएनएम और एमओआईसी को भी आप कृपया सहयोग प्रदान करें. ताकि कोविड-19 के साथ अन्य बीमारी पाया जाता है तो वैसे व्यक्तियों का भी एक सूची बनाते हुए उनके इलाज के लिए एक अच्छा सिस्टम विकसित करेंगे, जिससे उन्हें बीमारी से बचा सकें.
और पढ़ें- सखी मंडल की महिलाओं को मिला 75 करोड़ रुपये का अनुदान, 6 लाख परिवार होंगे लाभान्वित
उपायुक्त ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्र चाईबासा/चक्रधरपुर में भी सहिया के माध्यम से घर-घर जाकर सर्वे का कार्य किया जाएगा, जहां पर सहिया की उपलब्धता नहीं है वहां पर यह सर्वे कार्य आंगनवाड़ी के सेविका के माध्यम से किया जाएगा. उपायुक्त ने पूरे जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि इस सर्वे कार्यक्रम को सफल बनाएं.