चाईबासा/जामताड़ा: रामनवमी चाईबासा शहर में भव्य जुलूस निकाला गया. इस दौरान शहर के कोने-कोने से 42 अखाड़ों से रामनवमी के जुलूस निकाले गए. जामताड़ा में श्रद्धालुओं ने रामनवमी के मौके पर अपने-अपने घरों में झंडे गाड़े और बजरंगबली की पूजा अर्चना की. वहीं मंदिरों में भी भक्तों का तांता लगा रहा.
चाईबासा में रामनवमी पर सभी अखाड़ों से शोभा यात्रा निकाली गई. उपद्रव से निपटने के लिए शहर के प्रत्येक चौक-चौराहों पर पुलिस की तैनाती की गई थी. जबकि 400 से अधिक संख्या में जिला पुलिस और सीआरपीएफ के जवान समेत पदाधिकारियों और शांति समिति के लोग मौजूद रहे. रामनवमी जुलूस को लेकर शहर के 8 जगहों पर बांस से बैरिकेडिंग की गई.
शहर के मुख्य सड़कों से होकर गुजरती शोभायात्रा पर लोगों ने पुष्प वर्षा भी की. वहीं जगह-जगह पर श्रद्धालुओं ने तलवार के करतब भी दिखाए. विभिन्न अखाड़ों की शोभायात्रा पोस्ट ऑफिस चौक पहुंची. जहां श्रद्धालुओं ने नाच गाकर हथियारों के साथ अपने करतब दिखाए. इस दौरान हनुमान के कई रूप दिखे जिसमें बाल हनुमान से वृद्ध हनुमान भी दिखे. अलग अलग स्वरूप में झांकियों ने भी लोगों को काफी आकर्षित किया.
रामनवमी को लेकर जामताड़ा में काफी उत्साह और भक्ति पूर्ण का माहौल बना रहा. ध्वज से पूरा शहर पटा नजर आ रहा था. बजरंग बली मंदिरों में भक्तों की लंबी कतार लगी रही. भक्तों ने रामनवमी के मौके पर अपने अपने घरों में जहां झंडा गाड़े, बजरंगबली की पूजा अर्चना की. वहीं बजरंगबली मंदिरों में भी भक्तों की काफी भीड़ उमड़ी.
जामताड़ा बजरंगबली मंदिर के मुख्य पुजारी संजय पांडे ने बताया कि रामनवमी की पूजा बजरंगबली की अराधना के बिना सफल नहीं हो पाती. इसलिए रामनवमी के मौके पर ध्वजारोहण किया जाता है.