चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के गांव-गांव तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचे. इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से 180 ई-स्कूटी की खरीदारी की गई, ताकि पहाड़ों और जंलगों से घिरे सुदूरवर्ती गांवों में स्वास्थ्य सेवा आसानी से पहुंचे और लोगों को सरकारी सुविधाओं का लाभ मिल सके. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान वायरस की जांच और टीका आसानी से पहुंचाया जा सके. इसको लेकर उपायुक्त अनन्य मित्तल ने जुलाई 2021 में नवाचार के तहत 342 स्वास्थ्य उपकेंद्रों में ई-स्कूटी उपलब्ध कराने की योजना तैयार की, ताकि स्वास्थ्य केंद्रों पर कार्यरत एएनएम आसानी से पगडंडियों के सहारे भी ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच सके.
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उपायुक्त ने कॉरपोरेट्स से मदद मांग की और कॉरपोरेट्स की ओर से ई-स्कूटी उपलब्ध करायी गयी है. शुरुआती दिनों में जिला प्रशासन की ओर से 30 से अधिक संगठनों से अनुरोध किया गया कि ई-स्कूटी को लेकर वित्तीय सहायता करें. औद्योगिक संस्थानों की ओर से जिला प्रशासन को ई-स्कूटी उपलब्ध करया गया. इसमें एसीसी, केंद्रीय भंडारण निगम और टाटा स्टील फाउंडेशन शामिल हैं. अब ई-स्कूटी स्वास्थ्य उपकेंद्रों को उपलब्ध करायी जा रही है.
ई-स्कूटी नहीं होने से एक एएनएम पूरे दिन में दो से तीन गांवों का भ्रमण करती थी. लेकिन आज तीन से चार गुना की बढ़ोतरी हुई है. ग्रामीणों का आसानी से स्वास्थ्य जांच और दवाइयां मुहैया कराई जा रही है. इसके साथ ही इस स्कूटी के माध्यम से बीमार ग्रामीणों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. चाईबासा उपायुक्त अनन्या मित्तल ने बताया कि ग्रामीणों को ई-स्कूटी से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा रही है.