ETV Bharat / city

चाईबासा में मागे सनागोम कार्यक्रम का आयोजन, शिक्षकों ने की दो दिन सरकारी छुट्टी की मांग

चाईबासा के के हरिगुटु स्थित आदिवासी हो समाज महासभा भवन में शिक्षकों ने मागे सनागोम कार्यक्रम का आयोजन किया. मौके पर विधयाक दीपक बिरूआ उपस्थित रहे. इस दौरान शिक्षकों ने मांग की है कि इस पर्व को लेकर 2 दिन की सरकारी छुट्टी देनी चाहिए.

Demand for government leave for the festival in chaibasa
मागे सनागोम करण कार्यक्रम
author img

By

Published : Feb 10, 2020, 9:55 PM IST

Updated : Feb 10, 2020, 10:47 PM IST

चाईबासाः शहर के हरिगुटु स्थित आदिवासी हो समाज महासभा भवन में शिक्षक-शिक्षिकाओं ने मागे सनागोम कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि चाईबासा विधयाक दीपक बिरूआ उपस्थित रहे. मौके पर शिक्षक-शिक्षिकाओं ने कोल्हान प्रमंडल में मागे पर्व को लेकर 2 दिन के सरकारी अवकाश को लेकर चर्चा की.

देखें पूरी खबर

इस दौरान विधायक दीपक बिरूआ ने कहा कि कोल्हान प्रमंडल में मागे पर्व के लिए 2 दिन सरकारी अवकाश हो. इसे लेकर वे राज्य सरकार के समक्ष मांग रखेंगे. उन्होंने कहा कि कोल्हान आदिवासी बहुल क्षेत्र है. ऐसे में हो आदिवासियों के सबसे बड़े मागे पर्व के लिए 2 दिनों का सरकारी अवकाश होना चाहिए. उन्होंने शिक्षक-शिक्षिकाओं से बच्चों को हो आदिवासी संस्कृति की जानकारी देने की अपील की. उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति और हमारा आदिवासी धर्म गौरवशाली है, शुद्ध और पवित्र है. लिहाजा हमें अपने रीति रिवाज को सहेज कर रखने की आवश्यकता है.

ये भी पढे़ं- Happy Teddy day: टेडी संग बांटें प्यार, जमशेदपुर में जमकर टेडी की हो रही खरीदारी

धर्मकोड की करेंगे मांग
दीपक बिरूआ ने कहा कि यदि वे जनजातीय परामर्शदातृ परिषद के सदस्य बनते हैं तो वह आदिवासियों के लिए जनगणना प्रपत्र में अलग धर्मकोड की दिशा में काम करेंगे. उन्होंने कहा कि देश के 8 राज्यों में टीएसी के वजूद कायम है, यह संवैधानिक संस्था है, जो हम आदिवासियों के हित में काम करती है. आदिवासियों के हितों के खिलाफ कोई नीति नियम न बने, इसका ख्याल यही टीएसी रखती है.

उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि यदि मैं टीएसी का सदस्य बनता हूं तो देश के अन्य राज्यों के टीएसी सदस्यों के साथ मिलकर अलग धर्मकोड की मांग राष्ट्रपति से करूंगा. इसके लिए उनसे मुलाकात भी की जाएगी. इसके साथ ही टीएसी वाले राज्यों के राज्यपालों को भी ज्ञापन दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जनगणना में आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड होना ही चाहिए.

चाईबासाः शहर के हरिगुटु स्थित आदिवासी हो समाज महासभा भवन में शिक्षक-शिक्षिकाओं ने मागे सनागोम कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि चाईबासा विधयाक दीपक बिरूआ उपस्थित रहे. मौके पर शिक्षक-शिक्षिकाओं ने कोल्हान प्रमंडल में मागे पर्व को लेकर 2 दिन के सरकारी अवकाश को लेकर चर्चा की.

देखें पूरी खबर

इस दौरान विधायक दीपक बिरूआ ने कहा कि कोल्हान प्रमंडल में मागे पर्व के लिए 2 दिन सरकारी अवकाश हो. इसे लेकर वे राज्य सरकार के समक्ष मांग रखेंगे. उन्होंने कहा कि कोल्हान आदिवासी बहुल क्षेत्र है. ऐसे में हो आदिवासियों के सबसे बड़े मागे पर्व के लिए 2 दिनों का सरकारी अवकाश होना चाहिए. उन्होंने शिक्षक-शिक्षिकाओं से बच्चों को हो आदिवासी संस्कृति की जानकारी देने की अपील की. उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति और हमारा आदिवासी धर्म गौरवशाली है, शुद्ध और पवित्र है. लिहाजा हमें अपने रीति रिवाज को सहेज कर रखने की आवश्यकता है.

ये भी पढे़ं- Happy Teddy day: टेडी संग बांटें प्यार, जमशेदपुर में जमकर टेडी की हो रही खरीदारी

धर्मकोड की करेंगे मांग
दीपक बिरूआ ने कहा कि यदि वे जनजातीय परामर्शदातृ परिषद के सदस्य बनते हैं तो वह आदिवासियों के लिए जनगणना प्रपत्र में अलग धर्मकोड की दिशा में काम करेंगे. उन्होंने कहा कि देश के 8 राज्यों में टीएसी के वजूद कायम है, यह संवैधानिक संस्था है, जो हम आदिवासियों के हित में काम करती है. आदिवासियों के हितों के खिलाफ कोई नीति नियम न बने, इसका ख्याल यही टीएसी रखती है.

उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि यदि मैं टीएसी का सदस्य बनता हूं तो देश के अन्य राज्यों के टीएसी सदस्यों के साथ मिलकर अलग धर्मकोड की मांग राष्ट्रपति से करूंगा. इसके लिए उनसे मुलाकात भी की जाएगी. इसके साथ ही टीएसी वाले राज्यों के राज्यपालों को भी ज्ञापन दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि जनगणना में आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड होना ही चाहिए.

Intro:चाईबासा। चाईबासा शहर के हरिगुटु स्थित आदिवासी हो समाज महासभा भवन में शिक्षक शिक्षिकाओं के द्वारा मागे सनागोम करण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि चाईबासा विधयाक दीपक बिरूवा उपस्थित हुए। इस शिक्षक शिक्षिकाओं के द्वारा कोल्हान प्रमंडल में मागे पर्व के लिए 2 दिन सरकारी अवकाश को लेकर चर्चाएं की गई।


Body:इस दौरान विधायक दीपक बिरूवा ने कहा कि कोल्हान प्रमंडल में मागे पर्व के लिए 2 दिन सरकारी अवकाश हो इसे लेकर वे राज्य सरकार के समक्ष मांग रखेंगे। उन्होंने कहा कि कोल्हान आदिवासी बहुल क्षेत्र है ऐसे में हो आदिवासियों के सबसे बड़े मागे पर्व के लिए 2 दिनों का सरकारी अवकाश होना चाहिए उन्होंने शिक्षक शिक्षिकाओं से बच्चों को हो आदिवासी संस्कृति की जानकारी देने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति और हमारा आदिवासी धर्म गौरवशाली है शुद्ध एवं पवित्र है लिहाजा हमें अपने रीति रिवाज को सहेज कर रखने की आवश्यकता है।

धर्मकोड की करेंगे मांग-
दीपक बिरूवा ने कहा कि यदि वे जनजाति है परामर्शदातृ परिषद के सदस्य बनते हैं तो वह आदिवासियों के लिए जन गणना प्रपत्र में अलग धर्मकोड की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि देश के 8 राज्यों में टीएससी के वजूद कायम है, यह संवैधानिक संस्था है, जो हम आदिवासियों के हित में काम करती है। आदिवासियों के हितों के खिलाफ कोई नीति नियम ना बने इसका ख्याल यही टीएससी रखती है। उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि यदि मैं टीएससी का सदस्य बनता हूँ तो देश के अन्य राज्यों के टीएससी सदस्यों के साथ मिलकर अलग धर्मकोड की मांग राष्ट्रपति से करेंगे। इसके लिए उनसे मुलाकात भी की जाएगी। साथ ही टीएससी वाले राज्यों के राज्यपालों को भी ज्ञापन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनगणना में आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड होना ही चाहिए।


Conclusion:
Last Updated : Feb 10, 2020, 10:47 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.