चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम के जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल के अध्यक्षता में ग्रामीण क्षेत्रों में मनाए जाने वाले स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को लेकर बैठक हुई. इस दौरान उपायुक्त ने सरकार से प्राप्त निर्देश की अफसरों को जानकारी दी और जिले में इसके पालन की रूपरेखा तैयार की.
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कोविड-19 किट भी बांटेंगे
बैठक के बाद उपायुक्त ने बताया कि ग्रामीण स्तर पर कार्यरत सहिया साथी, स्वास्थ्य सहिया, जल सहिया, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, स्वयं सहायता समूह के सदस्य, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक आदि के सामंजस्य से 19 मई से ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी. जांच के क्रम में सर्दी, खासी, बुखार सहित समसामयिक बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को तत्काल राहत के लिए कोविड-19 किट भी उपलब्ध कराई जाएगी. उन्होंने बताया कि बैठक में स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम के संचालन और अनुश्रवण के लिए जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर पर कार्यरत व्यक्तियों की भूमिका भी निर्धारित की गई है.
पीड़ित व्यक्तियों का बनेगा डेटाबेस
उपायुक्त ने बताया कि घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच के क्रम में वायरस संक्रमण के लक्षण से पीड़ित व्यक्तियों का भी डेटाबेस तैयार होगा. जिसके बाद पंचायत स्तर पर संचालित कोविड-19 जांच टीम की ओर से लक्षण से पीड़ित व्यक्तियों का कोविड-19 जांच कराया जाएगा. आवश्यकतानुसार होम आइसोलेशन किट भी उपलब्ध कराया जाएगा. उपायुक्त ने बताया कि जिला अंतर्गत संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में पांच ऑक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है. आने वाले दिनों में इन सभी केंद्रों पर बेड्स की संख्या को बढ़ाकर 10 बेड करने के लिए आगे की कार्रवाई भी की जा रही है.
बैठक में ये लोग मौजूद
बैठक में उप विकास आयुक्त संदीप बख्शी, अपर उपायुक्त एजाज अनवर, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओपी गुप्ता, आरसीएच पदाधिकारी डॉ सुंदर मोहन सामढ़, जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ संजय कुजुर सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे.