चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले का जवाहर नवोदय विद्यालय ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभा संपन्न बच्चों के लिए वरदान के रूप में काम कर रहा है. हाल ही में जिला प्रशासन ने जवाहर नवोदय विद्यालय झींकपानी में अटल टिंकरिंग लैब के लिए अलग भवन निर्माण कराया है. इसके साथ ही विद्यालय में अतिरिक्त दो कमरों का निर्माण और अपने बच्चों से मिलने आने वाले अभिभावकों के बैठने के लिए शेड का निर्माण किया गया है.
जिले के उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन ने जानकारी दी कि जवाहर नवोदय विद्यालय में भारत सरकार के संचालित अटल टिंकरिंग लैब स्वीकृत हुआ था, लेकिन उसका भवन नहीं था. इसका भवन जिला मद से बनाकर तैयार किया गया है. यह काफी हर्ष की बात है कि भवन में अटल टिंकरिंग लैब का पूरा सेटअप बनकर तैयार हो गया है. मॉडर्न आउटलुक और रोबोटिक्स के सभी उपकरणों से लैस भवन तैयार हुआ है. बच्चों के प्रयोग के लिए पूरी तरह से बनकर तैयार है.
अभिभावकों की सुविधा के लिए शेड
नवोदय विद्यालय में बच्चों से मिलने आने पर अभिभावकों को दिक्कत होती थी. इसलिए जिला प्रशासन की मद से एक शेड बनाकर तैयार किया गया है, जिससे कि दूर क्षेत्र से आकर अपने बच्चों से मिलने वाले माता-पिता बिना किसी तकलीफ के अपने बच्चों का इंतजार कर सकते हैं और बैठकर बातचीत कर सकते हैं.
विद्यालय में दो कमरों का निर्माण
नवोदय विद्यालय में कमरों की कुछ कमी थी जिस को संज्ञान में लेते हुए प्रथम चरण में दो कमरे बनाकर उपलब्ध कराए जा रहे हैं और जरूरत पड़ने पर उसके ऊपर दो और कमरे भी बनवाए जा सकते हैं.
हॉस्टल होकर आने वाली महत्त्वपूर्ण सड़क का निर्माण
पिछले वित्तीय वर्ष में एक महत्त्वपूर्ण सड़क जो कि हॉस्टल होकर गुजरती है वह भी पूरी तरह से बनकर तैयार हुई है. उप विकास आयुक्त ने कहा कि चाईबासा के ग्रामीण, जनप्रतिनिधिगण और विधायक और सांसद का काफी सहयोग मिला है. क्षेत्र में भूमि संबंधित कुछ विवाद भी थे, जिसमें क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने काफी सहायता की.
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विद्यालय की एक अलग पहचान बने
जिला प्रशासन का यह प्रयास है कि आने वाले दिनों में जिला का जवाहर नवोदय विद्यालय राज्य भर में शिक्षा का एक उच्च स्तर कायम करें. विद्यालय की एक अलग पहचान बने और विज्ञान-प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बच्चों को समुन्नत प्रारंभिक प्रशिक्षण देने में या उत्कृष्ट कोटि का साबित हो और बच्चों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया करा पाएं.