बोकारो: कोरोना का संक्रमण निरंतर बढ़ रहा है. इसको लेकर जिला प्रशासन लगातार लोगों को कोरोना से बचाव के लिए सामाजिक दूरी और अन्य मानकों को ध्यान में रखते हुए इसका पालन करने की अपील कर रहा है. सदर अस्पताल में कोरोना जांच कराने आ रहे लोगों को इससे कोई लेना-देना नहीं है. इसमें लोगों की गलती से अधिक जिला शासन की गलती है. क्योंकि जिस तरह से बीमार, गर्भवती महिलाएं और कैदी बिना किसी सामाजिक दूरी के जांच कराते दिख रहे हैं. ऐसे में यह प्रतीत हो रहा है कि लोग स्वस्थ होने को लेकर जांच जरूर करा रहे हैं लेकिन उन्हें कहीं गिफ्ट में कोरोना ना मिल जाए.
जांच कराने आए लोगों ने भी कहा कि स्वैब जांच के लिए किसी प्रकार का कोई नियम कानून नहीं है. इसकी फिक्र स्वास्थ्य महकमा और जिला प्रशासन को भी नहीं है. वहीं स्वास्थ्य जांच कराने आए कुछ लोगों ने कहा कि यहां आने से मन में भय जरूर हो गया है. क्योंकि एक तो इसकी जांच में समय लग रहा है. दूसरा इसके डर से हमें दूर रहना पड़ रहा है. वहीं कुछ लोग मानते भी हैं कि इसमें लोगों को भी जागरूक होना पड़ेगा, क्योंकि अगर हम नियमों का पालन नहीं करेंगे तो कोरोना वायरस को निमंत्रण जरूर देंगे. वहीं कोरोना जांच कराने आए एक पुलिस के जवान ने कहा कि वह 4 दिनों से जांच के लिए चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है.
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जब इस मामले पर बोकारो सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. रेनू भारती से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि लोग नियम का पालन नहीं कर रहे हैं जो चिंता का विषय है. लोगों में जागरूकता है लेकिन यह सिर्फ जांच कराने को लेकर है. लोगों को सभी तरह के नियमों का पालन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि लैब में कर्मियों की कमी होने के कारण परेशानी थोड़ी अधिक हो रही है. अब यह देखना है कि जिला प्रशासन स्वास्थ्य व्यवस्था को किस प्रकार सुधारती है और लोगों को संक्रमित होने से बचाती है.