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10 नवंबर को होगा बेरमो की बादशाहत का फैसला, आम जनता ने कांग्रेस-बीजेपी को बताई अपनी प्राथमिकताएं

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Published : Oct 26, 2020, 4:18 PM IST

Updated : Oct 26, 2020, 6:48 PM IST

बोकारो के बेरमो विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को वोटिंग है. उपचुनाव को लेकर बेरमो की जनता क्या सोचती है और वह किन मुद्दों को लेकर वोट देना चाहती है. उनकी अपने भावी विधायक से क्या मांगें हैं. इन बिंदुओं पर ईटीवी भारत की टीम ने उनसे बातचीत की.

bermo by election
बेरमो उपचुनाव

बोकारो: बेरमो विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं, ईटीवी भारत ने बेरमो विधानसभा क्षेत्र के पुराना बीडीओ ऑफिस के पास बेरमो के लोगों से उनकी समस्याएं जानने की कोशिश की. लोगों ने बताया कि सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी, सड़कों का बुरा हाल, पानी और शिक्षा का है.

लोगों से बातचीत करते संवाददाता

इसके साथ ही विस्थापितों ने अपनी जमीन तो दी लेकिन उन्हें अभी तक नियोजन नहीं मिला है. किसी जनप्रतिनिधि ने उनकी समस्याओं के लिए अब तक आवाज नहीं उठाई है और इस बार बेरमो की जनता ने युवा प्रत्याशी को ही अपना मत देने की मन बनाया है. बेरमो विधानसभा सीट से कुल 16 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, लोगों की माने तो यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है. बेरमो की जनता का कहना है कि यहां पानी की समस्या है, कई जगहों पर बिजली नहीं है और कहीं पुल है तो उसका अप्रोच रोड नहीं है. वहीं सड़क की बात करें तो जैनामोड़ से फुसरो जाने वाली सड़क की हालत ठीक नहीं है. लोगों की माने तो बेरमो क्षेत्र में अगर कोलयरी खुल जाती है तो बेरोजगारी की समस्या दूर हो जाएगी.

लोगों से बातचीत करते संवाददाता

ये भी पढ़ें- दुमका उपचुनाव को लेकर 3 नवंबर को मतदान, जानिए जनता का मूड

बेरमो विधानसभा क्षेत्र में 3 नवंबर को मतदान होना है, इस बार कांग्रेस से दिवंगत राजेंद्र प्रसाद सिंह के बड़े बेटे कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं बीजेपी ने अपने पुराने वफादार योगेश्वर महतो बाटुल पर भरोसा जताया है. बाटुल जहां इससे पहले 2005 और 2014 में विधायक बन चुके हैं और इस बार चुनाव जीतकर अपनी खोई साख वापस पाना चाहते हैं. वहीं कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह पिता की विरासत को संभालना चाहते हैं. वे झारखंड यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं.

बोकारो: बेरमो विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं, ईटीवी भारत ने बेरमो विधानसभा क्षेत्र के पुराना बीडीओ ऑफिस के पास बेरमो के लोगों से उनकी समस्याएं जानने की कोशिश की. लोगों ने बताया कि सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी, सड़कों का बुरा हाल, पानी और शिक्षा का है.

लोगों से बातचीत करते संवाददाता

इसके साथ ही विस्थापितों ने अपनी जमीन तो दी लेकिन उन्हें अभी तक नियोजन नहीं मिला है. किसी जनप्रतिनिधि ने उनकी समस्याओं के लिए अब तक आवाज नहीं उठाई है और इस बार बेरमो की जनता ने युवा प्रत्याशी को ही अपना मत देने की मन बनाया है. बेरमो विधानसभा सीट से कुल 16 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, लोगों की माने तो यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है. बेरमो की जनता का कहना है कि यहां पानी की समस्या है, कई जगहों पर बिजली नहीं है और कहीं पुल है तो उसका अप्रोच रोड नहीं है. वहीं सड़क की बात करें तो जैनामोड़ से फुसरो जाने वाली सड़क की हालत ठीक नहीं है. लोगों की माने तो बेरमो क्षेत्र में अगर कोलयरी खुल जाती है तो बेरोजगारी की समस्या दूर हो जाएगी.

लोगों से बातचीत करते संवाददाता

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बेरमो विधानसभा क्षेत्र में 3 नवंबर को मतदान होना है, इस बार कांग्रेस से दिवंगत राजेंद्र प्रसाद सिंह के बड़े बेटे कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं बीजेपी ने अपने पुराने वफादार योगेश्वर महतो बाटुल पर भरोसा जताया है. बाटुल जहां इससे पहले 2005 और 2014 में विधायक बन चुके हैं और इस बार चुनाव जीतकर अपनी खोई साख वापस पाना चाहते हैं. वहीं कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह पिता की विरासत को संभालना चाहते हैं. वे झारखंड यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं.

Last Updated : Oct 26, 2020, 6:48 PM IST
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