रांची: लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की सबसे बड़ी विपक्षी दल कांग्रेस को झारखंड में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के स्टेट हेड क्वार्टर में सन्नाटा पसरा हुआ है. झारखंड के 7 लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें से सिर्फ एक सीट पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई. लेकिन पार्टी का आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों का दावा प्रत्यक्ष रूप में दिख नहीं रहा है.
लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में सन्नाटा पसरा हुआ है. चुनाव से पहले जहां कांग्रेस भवन में पार्टी का दामन थामने वाले लोगों की कतार लगी रहती थी. वहीं चुनाव में हार के बाद चंद प्रवक्ताओं आर कर्मचारियों के भरोसे जेपीसीसी चल रहा है. आलम यह है कि कांग्रेस भवन में कुछ कर्मचारी अपनी रोजमर्रा के कामों को पूरा करते हैं और फिर घर चले जाते हैं, लेकिन महज कुछ महीनों बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर सिर्फ बयान आ रहे हैं, लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं दिख रहा है.
हालांकि, आगामी चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक किए जाने की जानकारी कार्यालय सचिव रामानंद केसरी ने दिया है, लेकिन लोकसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद किसी बड़े कांग्रेस नेता यहां तक कि प्रदेश अध्यक्ष का भी आगमन कांग्रेस भवन में नहीं होने की बात भी उन्होंने कही है. वहीं जेपीसीसी कुछ प्रवक्ताओं और कर्मचारियों के भरोसे इन दिनों चल रही है तो कुछ पुराने नेता कांग्रेस भवन पहुंचकर आगामी चुनाव के लिए बनने वाली रणनीति का इंतजार कर रहे हैं.
ऐसे ही पुराने कांग्रेसी जगदीश साहू भी मानते हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बैठक होनी चाहिए और उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में बैठक होगी. हालांकि, उन्होंने कहा कि सभी नेता अपने स्तर से चुनाव की तैयारी में लगे हुए है. बहरहाल, एक तरफ जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर गुटबाजी जरूर दिख रही है, लेकिन विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी की गंभीरता नहीं दिख रही है और कांग्रेस भवन में सन्नाटा पसरा हुआ है.