गिरिडीहः जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इस बार शहर के नवजीवन नर्सिंग होम के दो कर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. वहीं इस नर्सिंग होम के अन्य कर्मियों का टेस्ट किया जा रहा है. जिसकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है. इधर बढ़ते संक्रमण को देखते हुए गिरिडीह प्रशासन भी अलर्ट पर है. हर मरीज की रिपोर्ट डीसी राहुल कुमार सिन्हा ले रहे हैं. दूसरी ओर बिहार की सीमा पर सख्ती भी बढ़ा दी गयी है. सोमवार को डीसी ने बिहार और झारखंड के बॉर्डर पर बने चेकपोस्ट का निरीक्षण किया. इस दौरान यहां पर तैनात पुलिस पदाधिकारी, दंडाधिकारी के साथ-साथ जवानों को साफ शब्दों में निर्देश दिया.
अगर बाहर से आने वाला कोई व्यक्ति रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाते हैं तो वो चेक पोस्ट पर ही अपने मोबाइल से रजिस्ट्रेशन कराएंगे. इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि चेक पोस्ट पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों को जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी ने रजिस्ट्रेशन को लेकर ट्रेनिंग दी गई है. इस व्यवस्था से सभी मालवाहक वाहन स्वतंत्र हैं. मालवाहक वाहनों पर ये नियम लागू नहीं होते हैं. मालवाहक वाहनों के प्रवेश और निकासी पर कोई रोक नहीं है. इसका उद्देश्य यही है कि अपने राज्य की सीमा में बाहर के राज्य से आने वाले व्यक्ति जो राज्य में प्रवेश कर रहे हैं वो 14 दिनों के होम क्वॉरेंटाइन में रहें और एक सूचना जिला प्रशासन को उपलब्ध हो सके कि प्रत्येक दिन बाहर के राज्य से जिले में कितने लोगों का आगमन हो रहा है. साथ ही उपायुक्त ने चेक पोस्ट पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी को निर्देशित किया कि कोविड-19 को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर साफ-सफाई, सतर्कता और सावधानी के साथ-साथ मास्क का उपयोग और सामाजिक दूरी का अनुपालन अवश्य रूप से करें और अन्य लोग को भी प्रोत्साहित करें.
इसी तरह जिले के दो प्रखंड बगोदर और गावां में कोविड अस्पताल बनाने पर प्रशासन ने विचार विमर्श शुरू कर दिया है. दरअसल बदडीहा स्थित कोविड अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और ठीक से सफाई भी नहीं हो रही है. ऐसे में इन दोनों स्थानों पर कोविड अस्पताल बनता है तो प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्यकर्मियों को भी सुविधा होगी. इसे लेकर सिविल सर्जन ने एक प्रस्ताव भी डीसी को दिया है.