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संजय सेठ का दावा, हर साल करेंगे संपत्ति की घोषणा, चुनाव कार्यालय बनेगा समाधान केंद्र

बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद संजय सेठ ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में चुनाव कार्यालय को समाधान कार्यालय के रूप में बदलने जा रहे हैं.  वहीं, सेठ ने कहा कि उनकी प्राथमिकता रहेगी कि हर साल अप्रैल महीने में वह अपनी संपत्ति की घोषणा करेंगे.

नवनिर्वाचित सांसद संजय सेठ
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Published : May 24, 2019, 6:39 PM IST

रांची: झारखंड की रांची संसदीय सीट से संजय सेठ ने जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार सुबोधकांत सहाय को हराया. बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद संजय सेठ ने कहा कि लोगों को अपनी समस्या बताने के लिए उनके पास नहीं आना होगा बल्कि वही लोगों के पास जाएंगे.


विधानसभा क्षेत्र में चुनाव कार्यालय होगा समाधान कार्यालय-संजय सेठ
सांसद संजय सेठ ने अपनी जीत दर्ज कराने के बाद बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह अपने संसदीय इलाके में पड़ने वाले हर विधानसभा क्षेत्र में खुले चुनाव कार्यालय को समाधान कार्यालय के रूप में बदलने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी चुनाव कार्यालय बंद नहीं होगा बल्कि वह अब उनके लिए समाधान कार्यालय के रूप में काम करेगा और सप्ताह में 7 दिन कार्यालय खुला रहेगा. जहां हर तरह की सुविधा होगी और उस इलाके के लोग वहां अपनी समस्या बता सकेंगे. उन्होंने कहा कि उनका यह भी प्रयास रहेगा कि 10 दिन में एक बार हर विधानसभा के समाधान कार्यालय का चक्कर लगाए.


हर साल करेंगे अपनी संपत्ति की घोषणा
संजय सेठ ने कहा कि वैसे तो हर 5 साल में संपत्ति की घोषणा चुनाव लड़ते वक्त नेता करते हैं लेकिन उनकी प्राथमिकता रहेगी कि हर साल अप्रैल महीने में वह अपनी संपत्ति की घोषणा करें. जिससे रांची संसदीय सीट के लोग यह जान लें कि उनका सांसद रिश्वत तो नहीं ले रहा है या फिर अकूत संपत्ति तो नहीं बना रहा है. उन्होंने कहा कि वह अपनी और अपनी पत्नी की संपत्ति की घोषणा करेंगे.

नवनिर्वाचित सांसद संजय सेठ


नहीं होगी कोई किचन केबिनेट ना कोई ब्लड रिलेशन का व्यक्ति
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि बनने के बाद सबसे ज्यादा लोगों पर आरोप किचन केबिनेट और अपने संबंधियों को अपने आस-पास रखने का लगता है लेकिन वह ऐसा कुछ नहीं होने देंगे. उन्होंने साफ कहा कि उनकी किचन केबिनेट में कार्यकर्ता ही प्राथमिकता में रहेंगे और वही सारी व्यवस्था देखेंगे. सेठ ने कहा कि यह भी स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि चुनावों में उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा और यह बात अगले चुनाव में भी स्पष्ट हो जाएगा.


संसद में नहीं रहेंगे बैक बेंचर
पहली बार चुनावी राजनीति के सहारे सांसद बने संजय सेठ ने कहा कि वह यह भी स्पष्ट कर देंगे कि वह संसद में एक बैक बेंचर एमपी नहीं है. उन्होंने कहा कि रांची लोकसभा की आवाज संसद में बुलंद करें यह उनकी कोशिश होगी. वह संसद में यहां की समस्याओं को बढ़-चढ़कर उठाएंगे. उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि गठबंधन के सभी दल के लोगों को वह साथ लेकर चले. इस मौके पर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, प्रदेश के शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह, बीजेपी से राज्यसभा सांसद समीर उरांव, रांची की मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय और बीजेपी विधायक नवीन जयसवाल, रामकुमार पाहन और जीतू चरण राम भी मौजूद थे.

रांची: झारखंड की रांची संसदीय सीट से संजय सेठ ने जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार सुबोधकांत सहाय को हराया. बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद संजय सेठ ने कहा कि लोगों को अपनी समस्या बताने के लिए उनके पास नहीं आना होगा बल्कि वही लोगों के पास जाएंगे.


विधानसभा क्षेत्र में चुनाव कार्यालय होगा समाधान कार्यालय-संजय सेठ
सांसद संजय सेठ ने अपनी जीत दर्ज कराने के बाद बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह अपने संसदीय इलाके में पड़ने वाले हर विधानसभा क्षेत्र में खुले चुनाव कार्यालय को समाधान कार्यालय के रूप में बदलने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी चुनाव कार्यालय बंद नहीं होगा बल्कि वह अब उनके लिए समाधान कार्यालय के रूप में काम करेगा और सप्ताह में 7 दिन कार्यालय खुला रहेगा. जहां हर तरह की सुविधा होगी और उस इलाके के लोग वहां अपनी समस्या बता सकेंगे. उन्होंने कहा कि उनका यह भी प्रयास रहेगा कि 10 दिन में एक बार हर विधानसभा के समाधान कार्यालय का चक्कर लगाए.


हर साल करेंगे अपनी संपत्ति की घोषणा
संजय सेठ ने कहा कि वैसे तो हर 5 साल में संपत्ति की घोषणा चुनाव लड़ते वक्त नेता करते हैं लेकिन उनकी प्राथमिकता रहेगी कि हर साल अप्रैल महीने में वह अपनी संपत्ति की घोषणा करें. जिससे रांची संसदीय सीट के लोग यह जान लें कि उनका सांसद रिश्वत तो नहीं ले रहा है या फिर अकूत संपत्ति तो नहीं बना रहा है. उन्होंने कहा कि वह अपनी और अपनी पत्नी की संपत्ति की घोषणा करेंगे.

नवनिर्वाचित सांसद संजय सेठ


नहीं होगी कोई किचन केबिनेट ना कोई ब्लड रिलेशन का व्यक्ति
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि बनने के बाद सबसे ज्यादा लोगों पर आरोप किचन केबिनेट और अपने संबंधियों को अपने आस-पास रखने का लगता है लेकिन वह ऐसा कुछ नहीं होने देंगे. उन्होंने साफ कहा कि उनकी किचन केबिनेट में कार्यकर्ता ही प्राथमिकता में रहेंगे और वही सारी व्यवस्था देखेंगे. सेठ ने कहा कि यह भी स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि चुनावों में उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा और यह बात अगले चुनाव में भी स्पष्ट हो जाएगा.


संसद में नहीं रहेंगे बैक बेंचर
पहली बार चुनावी राजनीति के सहारे सांसद बने संजय सेठ ने कहा कि वह यह भी स्पष्ट कर देंगे कि वह संसद में एक बैक बेंचर एमपी नहीं है. उन्होंने कहा कि रांची लोकसभा की आवाज संसद में बुलंद करें यह उनकी कोशिश होगी. वह संसद में यहां की समस्याओं को बढ़-चढ़कर उठाएंगे. उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि गठबंधन के सभी दल के लोगों को वह साथ लेकर चले. इस मौके पर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, प्रदेश के शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह, बीजेपी से राज्यसभा सांसद समीर उरांव, रांची की मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय और बीजेपी विधायक नवीन जयसवाल, रामकुमार पाहन और जीतू चरण राम भी मौजूद थे.

Intro:इससे जुड़ी फीड लाइव व्यू से जा रही है। कृपया फीड रूम से ले लेंगे।


रांची। प्रदेश की रांची संसदीय सीट से जीत दर्ज कराने वाले बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद संजय सेठ ने कहा कि लोगों को अपनी समस्या बताने के लिए उनके पास नहीं आना होगा बल्कि वही लोगों के पास जाएंगे। जीत दर्ज कराने के अगले दिन बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर में पत्रकारों से बात करते हुए सेठ ने कहा कि वह अपने संसदीय इलाके में पढ़ने वाले हर विधानसभा क्षेत्र में खुले चुनाव कार्यालय को समाधान कार्यालय के रूप में बदलने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी चुनाव कार्यालय बंद नहीं होगा बल्कि वह अब उनके लिए समाधान कार्यालय के रूप में काम करेगा। साथ ही हफ्ते में 7 दिन वह कार्यालय खुले रहेंगे, जहां बाकायदा हर तरह की सुविधा होगी और उस इलाके के लोग वहां अपनी समस्या बता सकेंगे। उन्होंने कहा कि उनका यह भी प्रयास रहेगा कि हफ्ते 10 दिन में एक बार हर विधानसभा के समाधान कार्यालय का चक्कर लगा आएं।


Body:हर साल करेंगे अपनी संपत्ति की घोषणा
सेठ ने कहा कि वैसे तो हर 5 साल में संपत्ति की घोषणा चुनाव लड़ते वक्त नेता करते हैं। उनकी प्राथमिकता रहेगी कि हर साल अप्रैल महीने में वह अपनी संपत्ति की घोषणा करें ताकि रांची संसदीय सीट के लोग यह जान लें कि उनका सांसद रिश्वत तो नहीं ले रहा है या फिर अकूत संपत्ति तो नहीं बना रहा है। उन्होंने कहा कि वह अपनी और अपनी पत्नी की संपत्ति की घोषणा करेंगे।

नहीं होगी कोई किचन केबिनेट ना कोई ब्लड रिलेशन का व्यक्ति
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि बनने के बाद सबसे ज्यादा लोगों पर आरोप किचन केबिनेट और अपने संबंधियों को अपने आस पास रखने का लगता है। लेकिन वह ऐसा कुछ नहीं होने देंगे। उन्होंने साफ कहा कि उनकी किचन केबिनेट में कार्यकर्ता ही प्राथमिकता में रहेंगे और वही सारी व्यवस्था देखेंगे।


Conclusion:सेठ ने कहा कि वह यह भी स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि चुनावों में उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा और यह बात अगले चुनाव में भी स्पष्ट हो जाएगी।

संसद में नहीं रहेंगे बैकबेंचर
पहली बार चुनावी राजनीति के सहारे सांसद बने सेठ ने कहा कि वह यह भी स्पष्ट कर देंगे कि वह संसद में एक बैक बेंचर एमपी नहीं है। उन्होंने कहा कि रांची लोकसभा की आवाज संसद में बुलंद करें यह उनकी कोशिश होगी। वह संसद में यहां की समस्याओं को बढ़-चढ़कर उठाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि गठबंधन के सभी दल के लोगों को वह साथ लेकर चले। इस मौके पर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो , प्रदेश के शहरी विकास मंत्री सीपी सिंह, बीजेपी से राज्यसभा सांसद समीर उरांव, रांची की मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय और बीजेपी विधायक नवीन जयसवाल, रामकुमार पाहन और जीतू चरण राम भी मौजूद थे।
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