रांचीः झारखंड पुलिस में 60 दिनों तक सम्मान अभियान चलाया जा रहा है. झारखंड के डीजीपी एमवी राव के आदेश पर झारखंड के सिपाही, हवलदार और चतुर्थ वर्गीय पुलिकर्मियों की समस्याओं के समाधान के लिए 60 दिनों तक इस अभियान को चलाने का निर्णय लिया गया है.
झारखंड के डीजीपी एमवी राव के आदेश के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के दौरान ड्यूटी में झारखंड पुलिस का काम काफी सराहनीय रहा है. ऐसे में पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए उनकी समस्याओं के प्रति संवेदनशील होकर उसे सुलझाने की जरूरत है. इसी वजह से 60 दिनों का विशेष अभियान चलाया जाएगा. यह अभियान छह अलग-अलग चरणों में 20 अगस्त तक चलेगा. इस अभियान के तहत पुलिसकर्मियों की समस्याओं को जाना जाएगा और उन्हें मुख्यालय स्तर से ही दूर किया जाएगा.
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अभियान की रूपरेखा
इन 60 दिनों में सबसे पहले 21 से 30 जून तक सभी एसपी और कमांडेट अपने-अपने जिलों और इकाइयों में पुलिसकर्मियों की समस्या सुलझाने के लिए एक समर्पित मोबाइल नंबर का प्रचार-प्रसार करेंगे. इस नंबर पर एसएमएस और व्हाट्सएप के जरिए पुलिसकर्मी अपनी समस्याओं को रखेंगे. उसके बाद 1 से 10 जुलाई तक पुलिसकर्मी अपनी शिकायत से वरीय अधिकारियों को अवगत कराएंगे.
- 11 से 20 जुलाई तक निचले स्तर के पुलिसकर्मियों की समस्या के समाधान के लिए डीआईजी भी अपना फोन नंबर सबके बीच देंगे, ताकि पुलिसकर्मी उन तक अपनी समस्याओं को पहुंचा सकें.
- 21 से 30 जुलाई तक डीआईजी प्राप्त सूचनाओं पर कार्रवाई कर इसकी जानकारी संबंधित व्यक्ति को देंगे कि उनकी समस्या कब तक सुलझाई जाएगी.
- 1 से 10 अगस्त तक निचले स्तर के पुलिसकर्मियों के लिए पुलिस मुख्यालय के स्तर से एक मोबाइल नंबर दिया जाएगा. मुख्यालय में भी संबंधित नंबर पर आरक्षी हवलदार अपनी समस्या दर्ज करवा सकते हैं.
- आखिरी चरण में यानी 11 से 20 अगस्त तक पुलिस मुख्यालय में आई शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए इसकी जानकारी शिकायतकर्ता को उपलब्ध करवाई जाएगी.