रांची: विदेशों से फंड पाकर झारखंड में काम करने वाली 88 संस्थाओं की तीसरी जांच रिपोर्ट सीआईडी ने झारखंड के डीजीपी और गृह सचिव को सौंप दी है. तीसरी जांच रिपोर्ट में सीआईडी ने झारखंड में काम कर रहे 10 संस्थाओं में अनियमितता की जानकारी दी है. इस मामले को लेकर सीआईडी के तत्कालीन एडीजी अजय कुमार सिंह ने सीबीआई से जांच करवाने की अनुशंसा की है.
एडीजी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि गृह विभाग के आदेश पर राज्य की 88 संस्थाओं में से प्रारंभिक तौर पर 31 संस्थाओं की जांच हुई है, जिसमें सभी संस्थानों में गड़बड़ियां पाई गई है. एडीजी के अनुसार इन संस्थाओं में करोड़ों रुपए के गलत लेखा संधारण, संदिग्ध संधारण, भुगतान की संदिग्ध स्थिति और सरकार को गलत सूचना दिए जाने संबंधी सबूत मिले हैं.
जांच में विदेशी कोच की लेन-देन विभिन्न राज्यों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किए जाने के मामले सामने आए हैं. इसलिए एफसीआरए एक्ट की धारा-43 के तहत इस मामले का अनुसंधान सीबीआई से कराने पर विचार किया जा सकता है. एडीजी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट का जांच प्रतिवेदन भी डीजीपी और गृह विभाग को भेजा है. अनुशंसा में यह भी लिखा गया है कि एक करोड़ से अधिक के अनियमितता की जांच का अधिकार सीबीआई को प्राप्त है.
इन संस्थाओं के खिलाफ हुई है जांच की सिफारिश
डॉन बॉस्को यूथ, कैथोलिक हेल्थ एसोसिएशन, ट्राईबल कम्युनिटी बॉस्को टेक्निकल ब्रदर्स आफ सैंट ग्रेवल एजुकेशन सोसायटी, मातृछाया, सोसायटी ऑफ रांची फ्रांसीसीएन ब्रदर्स, मेडिकल सिस्टर्स आफ सैंट फ्रांसिस एसोसिएशन.