रांची: कोरोना संक्रमण के दौरान हुए लॉकडाउन की वजह से चलाए जा रहे पुलिस सामुदायिक किचन बुधवार से बंद हो जाएंगे. पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है.
सामुदायिक किचन में हुए खर्च पूरा ब्यौरा
पुलिस मुख्यालय की तरफ से एडीजी अभियान मुरारी लाल मीणा के द्वारा जारी आदेश में लिखा गया है कि पुलिस के सामुदायिक किचन खोले रखे की अब कोई जरूरत नहीं है. ऐसे में अब सारे किचन बंद कर दिया जाए. वहीं, आदेश में कहा गया है कि प्रत्येक सामुदायिक किचन में हुए खर्च पूरा ब्यौरा जिले के डीसी के जरिए पुलिस मुख्यालय को भी उपलब्ध करवाया जाए. प्रत्येक किचन के संचालन के लिए कितना अनाज और कितनी राशन सरकार और जन सहयोग से मिला इसका अभी ऑडिट किया जाएगा.
342 किचन के जरिए 30 लाख से अधिक लोगों को खिलाया गया खाना
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश पर 27 मार्च से झारखंड के सभी जिलों के प्रमुख थाने में गरीबों मजदूरों के लिए सामुदायिक किचन खोले गए थे. लॉकडाउन के दौरान पुलिस की तरफ से खोले गए 342 सामुदायिक किचन में 30 लाख से अधिक लोगों को खाना खिलाया गया. प्रत्येक दिन पुलिस मुख्यालय की तरफ से इस बात की जानकारी भी ली जाती थी कि पुलिस ने कितने लोगों को खाना खिलाया है.
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प्रवासी मजदूरों के लिए बना मददगार
लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के बाद पुलिस का सामुदायिक किचन प्रवासियों के लिए काफी मददगार रहा था. जब परिवहन व्यवस्था पूरी तरह से ठप था और प्रवासी पैदल ही विभिन्न राज्यों से अपने घरों को लौट रहे थे. तब झारखंड के डीजीपी एमवी राव की पहल पर पुलिस के सामुदायिक किचनों को नेशनल हाइवे पर भी शिफ्ट कराया गया था. ऐसे में राहगीरों को वहां खाना खिलाया जाता था. अब जब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है. साथ ही समुदायिक किचन पर निर्भरता भी कम हुई है. ऐसे में पुलिस मुख्यालय ने सारे सामुदायिक किचनो को बंद करने का फैसला लिया है.