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आपस में जुड़े राम और श्याम का रिम्स में नहीं हो पाया इलाज, निराश होकर वापस लौटे परिजन

मरीज राम और श्याम सियामिस/साइंस ट्विनस नाम के बीमारी से पीड़ित हैं. 40 वर्षों से यह दोनों भाई आपस में जुड़े हुए हैं और जिंदगी के साथ लंबा संघर्ष कर रहे हैं, रिम्स में डॉक्टरों की लापरवाही के कारण इस विशेष मरीज को एक बेड तक नसीब नहीं हो पाया. इस वजह से राम और श्याम के परिजन निराश होकर वापस अपने घर गया लौट गए.

जानकारी देते परिजन
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Published : May 30, 2019, 10:39 AM IST

रांची: रिम्स अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा मरीज अस्पताल से निराश होकर वापस लौट गए. मरीज राम और श्याम सियामिस/साइंस ट्विनस नाम के बीमारी से पीड़ित हैं. 40 वर्षों से यह दोनों भाई आपस में जुड़े हुए हैं और जिंदगी के साथ लंबा संघर्ष कर रहे हैं.

जानकारी देते परिजन


पिछले दिनों आपस में जुड़े दोनों भाई में राम की तबीयत लगातार खराब हो रही थी. इसको लेकर परिजन गया जिले के स्थानीय अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां पर सफलता नहीं मिलने के बाद बड़ी उम्मीद से झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स लेकर पहुंचे. यहां पर भी डॉक्टरों की लापरवाही के कारण इस विशेष मरीज को एक बेड तक नसीब नहीं हो पाया. इस वजह से राम और श्याम के परिजन निराश होकर वापस अपने घर गया लौट गए.


राम और श्याम दोनों भाई आपस में पिछ्ले 40 वर्षो से जुड़े हुए हैं. दोनों भाई के दो हाथ, दो पैर, दो सिर भी अलग-अलग हैं, लेकिन दोनों भाई के शौच का रास्ता एक है. डॉक्टर ने बताया कि दोनों भाई को सियामिस/साइंस ट्विनस नाम की बीमारी है. इसमें मरीज जन्म के दो तीन साल बाद ही मर जाता है, लेकिन राम और श्याम पिछले 40 वर्षों से जीवित हैं जो कि अपने आप में एक चमत्कार कहा जा सकता है. इसके साथ ही डॉक्टरों ने बताया कि राम की तबीयत लगातार खराब हो रही है. इस वजह से श्याम की भी तबीयत नासाज देखी जा रही है. दोनों भाई के एक-दूसरे से जुड़े होने के कारण इस तरह की स्थिति उत्पन्न हो रही है.


सरकार की तरफ से नहीं मिली सुविधा
राम और शयाम आपस में जुड़े होने की वजह से एक विशेष बीमारी से ग्रसित हैं, लेकिन इसके बावजूद भी राज्य सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गई. परिजनों ने बताया कि गया में डॉक्टरों से जवाब मिलने के बाद वो लोग बड़ी उम्मीद के साथ रिम्स अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन यहां पर डॉक्टरों की लापरवाही और उदासीनता को देखने के बाद निराशा हाथ लगी. इस कारण वो अपने दोनों भाई को लेकर वापस अपने घर गया जा रहे हैं.

रांची: रिम्स अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा मरीज अस्पताल से निराश होकर वापस लौट गए. मरीज राम और श्याम सियामिस/साइंस ट्विनस नाम के बीमारी से पीड़ित हैं. 40 वर्षों से यह दोनों भाई आपस में जुड़े हुए हैं और जिंदगी के साथ लंबा संघर्ष कर रहे हैं.

जानकारी देते परिजन


पिछले दिनों आपस में जुड़े दोनों भाई में राम की तबीयत लगातार खराब हो रही थी. इसको लेकर परिजन गया जिले के स्थानीय अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां पर सफलता नहीं मिलने के बाद बड़ी उम्मीद से झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स लेकर पहुंचे. यहां पर भी डॉक्टरों की लापरवाही के कारण इस विशेष मरीज को एक बेड तक नसीब नहीं हो पाया. इस वजह से राम और श्याम के परिजन निराश होकर वापस अपने घर गया लौट गए.


राम और श्याम दोनों भाई आपस में पिछ्ले 40 वर्षो से जुड़े हुए हैं. दोनों भाई के दो हाथ, दो पैर, दो सिर भी अलग-अलग हैं, लेकिन दोनों भाई के शौच का रास्ता एक है. डॉक्टर ने बताया कि दोनों भाई को सियामिस/साइंस ट्विनस नाम की बीमारी है. इसमें मरीज जन्म के दो तीन साल बाद ही मर जाता है, लेकिन राम और श्याम पिछले 40 वर्षों से जीवित हैं जो कि अपने आप में एक चमत्कार कहा जा सकता है. इसके साथ ही डॉक्टरों ने बताया कि राम की तबीयत लगातार खराब हो रही है. इस वजह से श्याम की भी तबीयत नासाज देखी जा रही है. दोनों भाई के एक-दूसरे से जुड़े होने के कारण इस तरह की स्थिति उत्पन्न हो रही है.


सरकार की तरफ से नहीं मिली सुविधा
राम और शयाम आपस में जुड़े होने की वजह से एक विशेष बीमारी से ग्रसित हैं, लेकिन इसके बावजूद भी राज्य सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गई. परिजनों ने बताया कि गया में डॉक्टरों से जवाब मिलने के बाद वो लोग बड़ी उम्मीद के साथ रिम्स अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन यहां पर डॉक्टरों की लापरवाही और उदासीनता को देखने के बाद निराशा हाथ लगी. इस कारण वो अपने दोनों भाई को लेकर वापस अपने घर गया जा रहे हैं.

Intro:रांची

राजधानी के रिम्स अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा आपस में जुड़े विशेष मरीज अस्पताल से निराश होकर वापस लौट गया, सोमवार को इलाज कराने पहुंचे मरीज राम और श्याम सियामिस/ साइंस ट्विनस नाम के बिमारी से पीडित हैं, 40 वर्षों से यह दोनों भाई आपस में जुड़े हुए हैं और जिंदगी के साथ लंबा संघर्ष कर रहे हैं। पिछले दिनों आपस में जुड़े दोनों भाई में राम की तबीयत लगातार खराब हो रही थी जिसको लेकर परिजन गया जिले के स्थानीय अस्पताल पहुंचे लेकिन वहां पर सफलता नहीं मिलने के बाद बड़ी उम्मीद से झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स लेकर पहुंचे लेकिन यहां पर डॉक्टरों की लापरवाही के कारन इस विशेष मरीज को एक बेड तक नसीब नहीं हो पाया इस वजह से राम और श्याम के परिजन निराश होकर वापस अपने घर गया लौट गए।


Body:राम और श्याम दोनों भाई आपस में पिछ्ले 40 वर्षो से जुड़े हुए हैं दोनों भाई के दो हाथ, दो पैर, दो सिर भी अलग अलग हैं लेकिन दोनों भाई के शौच का रास्ता एक है, डॉक्टर ने बताया कि दोनों भाई को सियामिस/साइंस ट्विनस नाम की बीमारी है, जिसमें मरीज प्राय: जन्म के दो तीन साल बाद ही मर जाता है लेकिन राम और श्याम पिछले 40 वर्षों से जीवित है जो कि अपने आप में एक चमत्कार कहा जा सकता है।
साथ ही डॉक्टरों ने बताया कि राम की तबीयत लगातार खराब हो रही है जिस वजह से श्याम की भी तबीयत नासाज देखी जा रही है दोनों भाई के एक दूसरे से जुड़े होने के कारण इस तरह की स्थिति उत्पन्न हो रही है।

सरकार के तरफ से भी नहीं मिली है किसी तरह के सुविधा।
राम और शयाम आपस में जुड़े होने की वजह से एक विशेष बीमारी से ग्रसित हैं लेकिन इसके बावजूद भी राज सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से है और उनके परिजनों को किसी तरह की कोई सुविधा प्रदान नहीं की गई है।

परिजनों ने बताया कि गया में डॉक्टरों से जवाब मिलने के बाद हम लोग बड़ी उम्मीद के साथ रिम्स अस्पताल पहुंचे थे लेकिन यहां पर डॉक्टरों की लापरवाही और उदासीनता को देखने के बाद निराशा हाथ लगी है जिस कारण हम अपने दोनों भाई को लेकर वापस अपने घर गया जा रहे हैं।

बाइट- गुड़िया कुमारी, राम और श्याम के बहन।
बाइट-कुंदन कुमार, राम और श्याम के भाई।


Conclusion:
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