रांचीः डीसी छवि रंजन ने रिमांड होम डूमरदगा के कार्यों की समीक्षा गुरुवार को की. कलक्ट्रेट में आयोजित बैठक में डीसी ने रिमांड होम की सुरक्षा, प्लेस ऑफ सेफ्टी निर्माण, 18 वर्ष से अधिक उम्र के किशोरों के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में स्थानांतरण, सीसीटीवी कैमरे की निगरानी, पलामू, गढ़वा, लातेहार जिले के किशोरों के स्थानांतरण, जेजेबी को बाहर संचालित करने, नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना, डाॅक्टरों, मनोचिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति, डिस्पेंसरी की स्थापना, भवन की मरम्मती और सुसज्जीकरण, कौशल प्रशिक्षण, कम्प्यूटर प्रशिक्षण, पेंटिंग, फ्लाई लीफ निर्माण और साफ सफाई की समीक्षा की.
ये भी पढ़ें-राजधानी एक्सप्रेस से गिरा युवक, अस्पताल पहुंचने के बाद हुई मौत
सैप सूबेदार को जमकर फटकार
रिमांड होम की सुरक्षा की समीक्षा करते हुए डीसी ने बच्चों के पलायन और परिसर में सैप जवानों से हुई मारपीट की विस्तार से जानकारी ली. डीसी ने किशोरों के पलायन और पेट्रोलिंग में शिथिलता बरतने पर सैप सूबेदार को जमकर फटकार लगायी और गश्ती बढ़ाने को कहा है. उन्होंने इस संबंध में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को सैप कमांडेंट और वरीय पुलिस अधीक्षक से पत्राचार कर अब तक मामले में हुई कार्रवाई और सुरक्षा के दृष्टिकोण से उठाये गये कदमों के बारे में जानकारी लेने का निर्देश दिया है.
वहीं, सिटी एसपी को डीसी ने सिक्योरिटी ऑडिट रिपोर्ट देने को कहा है. साथ ही रिमांड होम की सुरक्षा में लगे जिला और एसएपी जवानों की डेट ऑफ पोस्टिंग की डिटेल हर महीने उपलब्ध कराने को कहा है. उन्होंने कहा कि हर तीन महीने में सबकी शिफ्ट चेंज करें.
हर महीने टीम बनाकर निरीक्षण करें
डीसी छवि रंजन ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को रिमांड होम का हर महीने टीम बनाकर औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा मानकों का बारीकी से पड़ताल करें और जहां कमी नजर आये उसे ससमय दुरुस्त करें.
बच्चों से मिलने आनेवालों की जांच करें
रिमांड होम में प्रतिबंधित वस्तु जैसे मोबाइल की बरामदगी को लेकर डीसी ने बच्चों से मिलने आने वालों की मुस्तैदी से जांच का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि बच्चों से मिलने आनेवाले मोबाइल समेत प्रतिबंधित वस्तु लेकर बच्चों से न मिलें. इसे हर हाल में सुनिश्चित करें. बच्चों के अभिभावक, वकील और परिजनों की एंट्री से पहले आवश्यक रुप से जांच करें, ताकि प्रतिबंधित वस्तु बच्चों तक न पहुंचे. सिटी एसपी को डीसी ने सुरक्षा से संबंधित अन्य व्यवस्था बढ़ाने का भी निर्देश दिया है.
जेजेबी को बाहर संचालित करने को लेकर डीसी ने प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट, जेजेबी रांची से आवश्यक जानकारी ली और कहा कि 15 अक्टूबर 2020 से बोर्ड शुरु करें. 16-18 वर्ष के किशारों के लिए प्लेस ऑफ सेफ्टी निर्माण को लेकर भी डीसी ने बैठक के दौरान जानकारी ली और जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.
रिमांड होम में डाॅक्टर्स के विजिट को लेकर डीसी ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को सिविल सर्जन से समन्वय स्थापित करने को कहा है. उन्होंने कहा कि समय-समय पर बच्चों की स्वास्थ्य जांच के लिए रिमांड होम विजिट करें. इसे सुनिश्चित किया जाये. मनोचिकित्सक की प्रतिनिुयक्ति को लेकर डीसी ने निदेशक रिनपास से पत्राचार करने का निर्देश दिया है.