रांची: प्रदेश की कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी द्वारा लगातार हेमंत सोरेन पर सीएनटी-एसपीटी एक्ट के उल्लंघन का आरोप लगाए जाने के मसले पर बीजेपी राज्यसभा सांसद समीर उरांव पर निशाना साधा है. पूर्व मंत्री नियल तिर्की ने सांसद समीर उरांव के भाई अनिल उरांव द्वारा सीएनटी-एसपीटी एक्ट के उल्लंघन के मामले को सामने रखा है और इसकी जांच की मांग की है.
दरअसल, बीजेपी द्वारा लगातार झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन पर सीएनटी-एसपीटी एक्ट के उल्लंघन के तहत उनकी पत्नी के नाम पर लिए गए जमीन का मामला उठाया जा रहा है. जिसकी जांच का भी आदेश सरकार ने दिया है. ऐसे में प्रदेश कांग्रेस ने बीजेपी के कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए सांसद समीर उरांव के भाई द्वारा सीएनटी-एसपीटी एक्ट उल्लंघन कर जमीन लेने के मामले को रखते हुए कहा है कि जब सरकार में रहकर ही सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन किया जा रहा है तो पहले उन्हें उनकी जांच करानी चाहिए.
पूर्व मंत्री नियल तिर्की ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार में रहने वाले लोग खुद सीएनटी-एसपीटी एक्ट का उल्लंघन कर रहे हैं और दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने इसाई मिशनरियों को जाति प्रमाण पत्र नहीं दिए जाने के मामले पर भी सरकार को घेरा है. लगातार ईसाई मिशनरियों पर आरोप लग रहे हैं उसपर चैलेंज किया है कि अगर किसी चर्च द्वारा गलत तरीके से जमीन ली गई है तो उसे सरकार साबित करके दिखाए.
बता दें कि कांग्रेस द्वारा समीर उरांव के भाई अनिल उरांव द्वारा लिए गए जमीन के कागजात पेश किए गए हैं. जिसके अनुसार मूल रूप से सिसई के रहने वाले अनिल उरांव द्वारा रांची के अरगोड़ा इलाके में लगभग 9 एकड़ जमीन ली गई है. इसकी कीमत 33 लाख रुपये दर्ज है, जबकि 15 लाख रूपए जमीन मालिक को दिया गया है.