रांची: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने लैंड म्यूटेशन बिल पर कांग्रेस और झामुमो पर दोहरा रवैया का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि जन विरोधी लैंड म्यूटेशन बिल पर ये जनता को गुमराह कर रही है. कांग्रेस और झामुमो अंदरखाने जनविरोधी नीतियों का समर्थन करती रही है. जबकि पब्लिक डोमेन पर खारिज कर अपना उल्लू सीधा करने में लगी है. जनता इनके दोहरे चरित्र को समझ चुकी है.
भाजपा के विरोध पर बैकफुट पर सरकार
उन्होंने कहा कि एक ओर कैबिनेट में कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव समेत चार मंत्रियों आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख ने लैंड म्यूटेशन बिल को पास किया. वहीं, लोग बाहर में अब विरोध कर रहे हैं. सरकार में शामिल मंत्री इतने बेपरवाह हैं कि लैंड म्यूटेशन बिल को कैबिनेट से पास कर दिया.
लैंड म्यूटेशन बिल पर भारतीय जनता पार्टी ने विरोध किये जाने के बाद कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक में बिल का विरोध किया जो यह दर्शाता है कि कांग्रेस झामुमो प्रदेश के जल जंगल जमीन बेचने को आतुर है. अधिकारियों को अपना ढाल बनाकर गरीब जनता की जमीन लूट लेना चाहते हैं. विरोध होने के बाद कांग्रेस बिल को आदिवासी मूलवासी के खिलाफ बता कर जनता का विश्वास जीतना चाहती है लेकिन कांग्रेस झामुमो के रवैया ने इनका नकाब उठा दिया है. आदिवासी मूलवासी समझ चुके हैं कि कांग्रेस झामुमो के नीति और नियत में खोट है.
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सरकार ने कैबिनेट के अस्तित्व पर खड़े किए सवाल
कैबिनेट के पास किए गए बिल को सरकार का निर्णय समझा जाता है लेकिन लैंड म्यूटेसन बिल पर मुख्यमंत्री समेत सरकार में शामिल मंत्री अलग-अलग बयान दे रहे हैं. कैबिनेट में पास किए जाने के बाद कह रहे हैं सही और गलत का आकलन करने के बाद बिल लाएंगे. जबकि तथ्य यह है कि कैबिनेट जांचने, परखने और राज्य हित, अनहित की बातों, प्रस्तावों पर चर्चा करने का एक मजबूत संवैधानिक मंच है. उन्होंने कहा कि यह दिशा विहीन सरकार है. यह सरकार स्वयं भ्रमित और जनता को भी भ्रमित करने का कार्य कर रही है.