पटना : स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का 92 साल की आयु में निधन हो गया. उनके निधन से पूरा देश शोकाकुल है. लता मंगेशकर के साथ कई गाने गा चुके गायक उदित नारायण (Singer Udit Narayan on Lata Mangeshkar demise) उनके निधन से काफी दुखी हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि अब इस देश में दूसरी कोई लता जन्म नहीं ले सकती है. लता जी साक्षात मां सरस्वती की देन थीं.
अपनी आवाज से पूरे देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में जानी जाने वाली लता जी हम लोगों के बीच में नहीं रहीं. बातचीत में गीत के माध्यम से श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उदित नारायण ने 'ए वक्त रुक जा थम जा ठहर जा वापस जरा दौड़ पीछे' गाकर सुनाया. उन्होंने कहा कि आज इस दुख की घड़ी में मेरी जुबां से आवाज भी नहीं निकल रही है. यह दिन बहुत ही दुखद है, कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि लता जी हम लोगों को छोड़कर चली जाएंगी. लता जी जैसी कलाकार को नहीं जाना चाहिए था.
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उदित नारायण ने बातचीत में कहा कि हमने जब से होश संभाला तो लता जी के गानों को सुन सुनकर बड़े हुए. उन्होंने कहा कि मैंने कभी यह कल्पना नहीं की थी कि मैं मुंबई जाऊंगा और लता जी से मुलाकात होगी. और तो और, लता जी के साथ एक से बढ़कर एक गीत गाने का सौभाग्य प्राप्त होगा. मैं इतना सौभाग्यशाली हूं कि मैंने एक से बढ़कर एक गीत लता जी के साथ गया है.
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कहा कि भारत रत्न और मां सरस्वती स्वरूप लता मंगेशकर स्वर कोकिला हम सबों को छोड़कर चली गईं. आज पूरी दुनिया के लिए यह दुखद समाचार है कि हम लोगों के बीच अब लता मंगेशकर जी नहीं रहीं. जो इतिहास लता मंगेशकर रच कर चली गईं, उसे इस दुनिया में लोग पढ़ते रहेंगे. लता जी के गाने पूरी दुनिया में हमेशा अमर रहेंगे.