नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मैं भारत के राष्ट्रपति के लिए संभावित संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के रूप में अपना नाम विचार से वापस लेता हूं. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि जम्मू-कश्मीर एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है और इन अनिश्चित समय में यहां की जनता की मदद के लिए मेरा यहां होना बहुत जरूरी है.
उन्होंने कहा कि मेरे आगे बहुत अधिक सक्रिय राजनीति है और मैं जम्मू-कश्मीर और देश की सेवा में सकारात्मक योगदान देने के लिए तत्पर हूं. मेरा नाम प्रस्तावित करने के लिए मैं ममता दीदी का आभारी हूं. मैं उन सभी वरिष्ठ नेताओं का भी आभारी हूं जिन्होंने मुझे अपना समर्थन दिया.
I withdraw my name from consideration as a possible joint opposition candidate for the President of India. I believe that Jammu & Kashmir is passing through a critical juncture & my efforts are required to help navigate these uncertain times: NC chief Farooq Abdullah
— ANI (@ANI) June 18, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) June 18, 2022
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राष्ट्रपति चुनाव 2022 में विपक्ष एक साझा उम्मीदवार उतारना चाहता है. सबसे पहले NCP चीफ शरद पवार का नाम आगे आया था, लेकिन उन्होंने इसके लिए मना कर दिया. इसके बाद विपक्ष की बैठक में फारूक अब्दुल्ला का नाम आया, लेकिन अब उन्होंने भी इससे मना कर दिया है.
बता दें, राष्ट्रपति चुनाव 2022 (Presidential Election 2022) को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री (West Bengal Chief Minister) ममता बनर्जी (Mamta Benarjee) ने 15 जून को एक बैठक रखी थी जिसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री (Maharashtra CM) उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) समेत तेलंगाना और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल शामिल नहीं हो सके थे.