नई दिल्ली : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) ने कहा है कि वे भविष्य में किसी भी दल के लिए रणनीति बनाने का काम नहीं करेंगे. पश्चिम बंगाल चुनाव परिणाम के बाद उन्होंने चुनाव आयोग पर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि चुनाव आयोग भाजपा के 'एक्सटेंशन' के रूप में काम कर रहा है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक प्रशांत किशोर ने टीवी चैनल इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि वह 'इस जगह को छोड़ रहे हैं' और पार्टियों के लिए किसी भी पार्टी के लिए रणनीतिक सलाहकार के रूप में काम नहीं करेंगे.
किशोर ने निर्वाचन आयोग पर भी हमला करते हुए उस पर भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया. पीके ने गंभीर आरोप लगाए और कहा कि उन्होंने कभी भी इस तरीके का पक्षपाती (partial) चुनाव आयोग नहीं देखा. उन्होंने कहा कि आयोग ने बीजेपी की मदद करने के लिए सब कुछ किया.
चुनावी रणनीतिकार के रूप में मशहूर प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी द्वारा धर्म का उपयोग करने से लेकर मतदान और नियमों को बदलने की अनुमति देने तक, चुनाव आयोग ने भाजपा की मदद करने के लिए सब कुछ किया.
एक सवाल के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि वह 'इस जगह को छोड़ रहे हैं' और पार्टियों के लिए किसी भी तरह की रणनीति बनाने का काम नहीं करेंगे. बता दें कि किशोर ने दिसंबर में दावा किया था कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा दहाई के आंकड़े को पार नहीं कर पाएगी और ऐसा हुआ तो वह रणनीति बनाने का काम बंद कर देंगे.
किशोर ने पिछले साल दिसंबर में ट्वीट किया था, '...हकीकत में भाजपा पश्चिम बंगाल में दहाई का आंकड़ा पार करने के लिए संघर्ष करेगी.' उन्होंने कहा था, 'अगर भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन किया तो मैं यह जगह खाली कर दूंगा.'
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने तृणमूल कांग्रेस की विधानसभा चुनाव में जीत के लिए चुनावी रणनीति बनाने में मदद की थी. उन्होंने 'एनडीटीवी' चैनल से बात करते हुए किशोर अपने रुख पर कायम रहे कि पश्चिम बंगाल में भाजपा जबरदस्त ताकत है.
किशोर ने कहा कि वह भाजपा द्वारा व्यापक प्रचार कर जीतने का दावा करने के बावजूद राज्य में तृणमूल कांग्रेस की जीत के प्रति आश्वस्त थे. उन्होंने कहा, 'परिणाम एकतरफा लग सकता है लेकिन यह कड़ा मुकाबला था. भाजपा जबरदस्त ताकत थी और आगे भी रहेगी.'