नई दिल्ली : पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय सतर्कता आयोग और केंद्रीय जांच ब्यूरो के संयुक्त सम्मेलन को संबोधित किया.
इस दौरान उन्होंने कहा, आज हम भारत की आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. आने वाले 25 वर्ष, यानि इस अमृतकाल में आत्मनिर्भर भारत के विराट संकल्पों की सिद्धि की तरफ देश बढ़ रहा है. आज हम गुड गवर्नेंस- प्रो पीपल, प्रोएक्टिव गवर्नेंस को सशक्त करने में जुटे हैं.
भ्रष्टाचार से जुड़ी नई चुनौतियों के सार्थक समाधान तलाशने के लिए आप सब सरदार वल्लभ भाई पटेल के सानिध्य में महामंथन के लिए जुटे हैं. सरदार पटेल ने हमेशा गवर्नेंस को भारत के विकास का, जन सरोकार का, जन हित का आधार बनाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है.
उन्होंने कहा, भ्रष्टाचार-करप्शन, छोटा हो या बड़ा, वो किसी ना किसी का हक छीनता है. ये देश के सामान्य नागरिक को उसके अधिकारों से वंचित करता है, राष्ट्र की प्रगति में बाधक होता है और एक राष्ट्र के रूप में हमारी सामूहिक शक्ति को भी प्रभावित करता है.
बीते 6-7 सालों के निरंतर प्रयासों से हम देश में एक विश्वास कायम करने में सफल हुए हैं, कि बढ़ते हुए करप्शन को रोकना संभव है. आज देश को ये विश्वास हुआ है कि बिना कुछ लेन-देन के, बिना बिचौलियों के भी सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकता है. और आज देश को ये भी विश्वास हुआ है कि देश को धोखा देने वाले, गरीब को लूटने वाले, कितने भी ताकतवर क्यों ना हो, देश और दुनिया में कहीं भी हों, अब उन पर रहम नहीं किया जाता, सरकार उनको छोड़ती नहीं है.
पीएम मोदी ने कहा, आज 21वीं सदी का भारत, आधुनिक सोच के साथ ही टेक्नोलॉजी को मानवता के हित में इस्तेमाल करने पर बल देता है, न्यू इंडिया Innovate करता है, Initiate करता है और Implement करता है. अब ये भी मानने को तैयार नहीं कि भ्रष्टाचार सिस्टम का हिस्सा है. उसे System Transparent चाहिए, Process Efficient चाहिए और Governance Smooth चाहिए.
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हमने देशवासियों के जीवन से सरकार के दखल को कम करने को एक मिशन के रूप में लिया. हमने सरकारी प्रक्रियाओं को सरल बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए. मैक्सिमम गवर्नमेंट कंट्रोल के बजाय मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस पर फोकस किया.
आज देश में जो सरकार है, वो देश के नागरिकों पर ट्रस्ट करती है, उन्हें शंका की नजर से नहीं देखती. इस भरोसे ने भी भ्रष्टाचार के अनेकों रास्तों को बंद किया है. इसलिए दस्तावेज़ों की वैरीफिकेशन के लेयर्स को हटाकर, करप्शन और अनावश्यक परेशानी से बचाने का रास्ता बनाया है.
उन्होंने कहा, जब हम ट्रस्ट और टेक्नॉलॉजी के दौर में आगे बढ़ रहे हैं, तो आप सभी साथियों, आप जैसे कर्मयोगियों पर देश का ट्रस्ट भी उतना ही अहम है. हम सभी को एक बात हमेशा याद रखनी है- राष्ट्र प्रथम ! हमारे काम की एक ही कसौटी है- जनहित, जन-सरोकार. हाल में लांच किया गया पीएम गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान, इससे भी decision making से जुड़ी अनेक मुश्किलें समाप्त होने वाली हैं.