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एक करोड़ का इनामी नक्सली प्रशांत बोस गिरफ्तार

नक्सलियों के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी को गिरफ्तार कर लिया है. प्रशांत बोस झारखंड-बिहार में माओवादियों का सुप्रीम कमांडर है.

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Published : Nov 12, 2021, 3:46 PM IST

Updated : Nov 12, 2021, 9:02 PM IST

रांची: नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने एक करोड़ के इनामी नक्सली कमांडर प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी को जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया है.

प्रशांत बोस माओवादियों का पोलित ब्यूरो सदस्य है. हालांकि अधिकारिक तौर पर गिरफ्तारी की पुष्टि अभी नहीं हुई है, लेकिन जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रशांत बोस से सुरक्षित ठिकाने पर पूछताछ कर रही है.

प्रशांत बोस झारखंड-बिहार में माओवादियों का सुप्रीम कमांडर है.

सबसे बुजुर्ग सदस्य

70 से ज्यादा नक्सली वारदातों में शामिल प्रशांत माओवादियों का सबसे बुजुर्ग नेता है. प्रशांत बोस माओवादियों के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का सचिव भी है. वहीं प्रशांत बोस की पत्नी शीला मरांडी भी माओवादियों की शीर्ष सेंट्रल कमेटी की सदस्य है. वह माओवादियों के फ्रंटल आर्गेनाइजेशन नारी मुक्ति संघ की प्रमुख भी है. शीला झारखंड के गिरिडीह की रहने वाली है. संगठन में उसका भी बहुत ज्यादा प्रभाव है. वहीं प्रशांत बोस मूलत: पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के यादवपुर का रहने वाला है.

आईबी की सूचना पर हुई गिरफ्तारी

मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने प्रशांत बोस समेत अन्य के गिरिडीह के पारसनाथ से सरायकेला लौटने की जानकारी दी थी. जिसके बाद पुलिस और खुफिया एजेंसियों की टीम प्रशांत और उसकी टीम की खोजबीन में लग गई. इसी दौरान सरायकेला पुलिस ने एक स्कॉर्पियो में सवार प्रशांत बोस, शीला मरांडी, प्रशांत बोस के प्राटेक्शन दस्ता के एक सदस्य के साथ कुरियर का काम करने वाले एक युवक को मुंडरी टोलनाका के पास से गिरफ्तार किया.

कोलकाता जाकर करवाता था इलाज

पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली है कि प्रशांत बोस की तबीयत बीते कई सालों से खराब थी. बावजूद इसके वह लगातार संगठन में सक्रिय था. जानकारी के मुताबिक, कोल्हान से पारसनाथ जाकर वह रह रहा था. पारसनाथ से ही वह प्रोटेक्शन दस्ता के सदस्यों द्वारा एनएच-2 तक लाया जाता था. हाल ही में प्रशांत बोस कोलकाता से लौटा था.

एमसीसीआई का प्रमुख था प्रशांत बोस

प्रशांत बोस के पास ईआरबी के सचिव के तौर पर बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ असम समेत पूर्वोतर के राज्यों का प्रभार था. साल 2004 में एमसीसीआई व पीडब्लूजी के विलय के पूर्व वह एमसीसीआई का प्रमुख था. विलय के बाद भाकपा माओवादी संगठन में कोटेश्वर राव को प्रमुख बनाया गया था, जबकि बतौर ईआरबी सचिव तब से प्रशांत बोस संगठन में सेकंड इन कमान था. झारखंड में पारसनाथ, सारंडा, ओडिशा और बंगाल के सीमावर्ती इलाके में प्रशांत बोस ने ही संगठन को खड़ा किया था.

गुप्त स्थान पर हो रही है पूछताछ

प्रशांत और उसकी पत्नी को कड़ी सुरक्षा के बीच रांची लाया गया है. दोनों से झारखंड पुलिस और खुफिया एजेंसियों के अधिकारी गुप्त ठिकाने पर पूछताछ कर रहे हैं.

पढ़ें : आठ लाख के इनामी नक्सली को पुलिस ने किया गिरफ्तार, लंबे समय से चल रहा था फरार

रांची: नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने एक करोड़ के इनामी नक्सली कमांडर प्रशांत बोस और उसकी पत्नी शीला मरांडी को जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया है.

प्रशांत बोस माओवादियों का पोलित ब्यूरो सदस्य है. हालांकि अधिकारिक तौर पर गिरफ्तारी की पुष्टि अभी नहीं हुई है, लेकिन जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रशांत बोस से सुरक्षित ठिकाने पर पूछताछ कर रही है.

प्रशांत बोस झारखंड-बिहार में माओवादियों का सुप्रीम कमांडर है.

सबसे बुजुर्ग सदस्य

70 से ज्यादा नक्सली वारदातों में शामिल प्रशांत माओवादियों का सबसे बुजुर्ग नेता है. प्रशांत बोस माओवादियों के ईस्टर्न रीजनल ब्यूरो का सचिव भी है. वहीं प्रशांत बोस की पत्नी शीला मरांडी भी माओवादियों की शीर्ष सेंट्रल कमेटी की सदस्य है. वह माओवादियों के फ्रंटल आर्गेनाइजेशन नारी मुक्ति संघ की प्रमुख भी है. शीला झारखंड के गिरिडीह की रहने वाली है. संगठन में उसका भी बहुत ज्यादा प्रभाव है. वहीं प्रशांत बोस मूलत: पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के यादवपुर का रहने वाला है.

आईबी की सूचना पर हुई गिरफ्तारी

मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने प्रशांत बोस समेत अन्य के गिरिडीह के पारसनाथ से सरायकेला लौटने की जानकारी दी थी. जिसके बाद पुलिस और खुफिया एजेंसियों की टीम प्रशांत और उसकी टीम की खोजबीन में लग गई. इसी दौरान सरायकेला पुलिस ने एक स्कॉर्पियो में सवार प्रशांत बोस, शीला मरांडी, प्रशांत बोस के प्राटेक्शन दस्ता के एक सदस्य के साथ कुरियर का काम करने वाले एक युवक को मुंडरी टोलनाका के पास से गिरफ्तार किया.

कोलकाता जाकर करवाता था इलाज

पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली है कि प्रशांत बोस की तबीयत बीते कई सालों से खराब थी. बावजूद इसके वह लगातार संगठन में सक्रिय था. जानकारी के मुताबिक, कोल्हान से पारसनाथ जाकर वह रह रहा था. पारसनाथ से ही वह प्रोटेक्शन दस्ता के सदस्यों द्वारा एनएच-2 तक लाया जाता था. हाल ही में प्रशांत बोस कोलकाता से लौटा था.

एमसीसीआई का प्रमुख था प्रशांत बोस

प्रशांत बोस के पास ईआरबी के सचिव के तौर पर बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और छत्तीसगढ़ असम समेत पूर्वोतर के राज्यों का प्रभार था. साल 2004 में एमसीसीआई व पीडब्लूजी के विलय के पूर्व वह एमसीसीआई का प्रमुख था. विलय के बाद भाकपा माओवादी संगठन में कोटेश्वर राव को प्रमुख बनाया गया था, जबकि बतौर ईआरबी सचिव तब से प्रशांत बोस संगठन में सेकंड इन कमान था. झारखंड में पारसनाथ, सारंडा, ओडिशा और बंगाल के सीमावर्ती इलाके में प्रशांत बोस ने ही संगठन को खड़ा किया था.

गुप्त स्थान पर हो रही है पूछताछ

प्रशांत और उसकी पत्नी को कड़ी सुरक्षा के बीच रांची लाया गया है. दोनों से झारखंड पुलिस और खुफिया एजेंसियों के अधिकारी गुप्त ठिकाने पर पूछताछ कर रहे हैं.

पढ़ें : आठ लाख के इनामी नक्सली को पुलिस ने किया गिरफ्तार, लंबे समय से चल रहा था फरार

Last Updated : Nov 12, 2021, 9:02 PM IST
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