ग्वालियर। एक बार फिर रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई है. ग्वालियर-झांसी रेलखंड पर बुधवार को गंगानगर नांदेड़ एक्सप्रेस 30 किमी तक बिना गार्ड के दौड़ती रही. ग्वालियर स्टेशन से ड्राइवर बिना गार्ड के ही ट्रेन को ले भागा. रास्ते में पड़ी क्रॉसिंग पर जब केबिन मैन को गार्ड की हरी झंडी नहीं दिखी तो कंट्रोल रूम को सूचना दी गई. मामले की जानकारी मिलते ही रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया.
नांदेड़ एक्सप्रेस को डबरा में रुकवाया: जानकारी के अनुसार बुधवार-गुरुवार की सुबह 3:45 पर नांदेड़ एक्सप्रेस जिसे ड्राइवर हाशिम खान चला रहे थे. श्रीगंगानगर से नांदेड़ साहिब जा रही थी. तभी ग्वालियर में स्टॉपेज के दौरान गार्ड सगीर अहमद किसी कार्य से नीचे उतरे और वह कार्य करवाने लगे. तब तक ड्राइवर हाशिम खान ने गार्ड से संपर्क ही नहीं किया और ट्रेन लेकर चल दिए. इस बात की सूचना गार्ड ने तत्काल स्टेशन पर दी और नांदेड़ एक्सप्रेस को डबरा में रुकवाया गया.
एक घंटे लेट हुई नांदेड़ एक्सप्रेस: श्री गंगानगर से नांदेड़ के लिए जा रही नांदेड़ एक्सप्रेस जब बिना गार्ड के ही डबरा तक पहुंची. तब उसे डबरा पर रुकवाया गया. इसके बाद गार्ड को अन्य गाड़ी से डबरा तक पहुंचाया गया. जहां ट्रेन के गार्ड ने अपनी कमान संभाली और अब ट्रेन को रवाना किया गया. इस दौरान नांदेड़ एक्सप्रेस अपने नियम एक घंटा लेट रवाना हुई. अप मामले में रेलवे झांसी मंडल पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि ''यह घटना देर रात की है. जिसमें बाद में गार्ड को अन्य ट्रेन से डबरा तक भिजवाया गया. तब ट्रेन को रवाना किया गया है, मामले की जांच करवाई जाएगी.''
जांच के आदेश: वही, इस मामले को लेकर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार ने बताया है कि ''इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं और जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.''