नई दिल्ली : भारत की सबसे बड़ी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी LIC के शेयर आईपीओ जारी होने के दूसरे ही दिन 100 फ़ीसदी सब्सक्राइब हो गए. एलआईसी की ओर से बिक्री के लिए क़रीब 16.2 करोड़ शेयर रखे गए थे, लेकिन गुरुवार तक इसे ख़रीदने के लिए 16.24 करोड़ लोगों ने बोली लगाई. 56 साल पुरानी कंपनी का आईपीओ नौ मई को बंद होगा और 17 मई को शेयर बाजार में सूचीबद्ध होगा.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, एलआईसी इश्यू को 1.03 गुना सब्सक्राइब किया गया. पॉलिसीधारक के लिए जारी हिस्से को 3.11 गुना सब्सक्राइब किया गया जबकि कर्मचारियों के हिस्से को 2.22 गुना सब्सक्राइब किया गया. इनके अलावा क्वॉलिफाइड इंस्टि्यूशनल बायर (QIBs) के लिए आरक्षित शेयरों को 0.40 गुना और गैर संस्थागत निवेशकों के लिए रिजर्व शेयरों को 0.47 गुना सब्सक्राइब किया गया . हालांकि यह आईपीओ 9 मई तक उपलब्ध रहने वाला है, इसलिए अभी इसके शेयरों को और बीडिंग होने की पूरी उम्मीद है. एलआईसी का आईपीओ बुधवार को लॉन्च हुआ था.
एलआईसी के आईपीओ के जरिये सरकार 22.13 करोड़ शेयर बेचना चाहती है. एलआईसी कुल संपत्ति के लिहाज़ से दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है. देशभर में एलआईसी के 13.5 लाख एजेंट्स सहित कुल 13.94 लाख कर्मचारी हैं. 30 करोड़ पॉलिसी धारकों वाली यह कंपनी क़रीब 39 लाख करोड़ रुपये का प्रबंधन करती है.
इस आईपीओ को लेकर सरकार की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी. पहले दिन उम्मीद से कम रेस्पॉन्स मिलने के कारण एक्सपर्ट भी हैरान थे. माना जाता है कि रेपो रेट की घोषणा के कारण बुधवार को निवेशक ठंडे पड़ गए. अब 100 फीसदी सब्सक्रिप्शन के बाद सरकार ने राहत की सांस ली है.