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Tiranga in Galwan : चीनी 'प्रोपगैंडा' के बाद भारत ने दिखाई असली तस्वीर, कांग्रेस आक्रामक

भारतीय सेना ने लद्दाख की गलवान घाटी में एक जनवरी को तिरंगा फहराया है. इसकी तस्वीर जारी की गई है. बता दें कि एक दिन पहले ही चीन की ओर से पैंगोंग त्सो झील पर पुल निर्माण की खबर भी सामने आई थी. इससे पहले नए साल के मौके पर (एक जनवरी के दिन) चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के कब्जे संबंधी वीडियो पोस्ट की थी. लेकिन स्वतंत्र रूप से किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की. दरअसल, चीन मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश करता रहता है. गलवान की इस घटना पर कांग्रेस ने पीएम मोदी से पूछा है कि 'आप हमारी सेना का मनोबल आप क्यों तोड़ रहे हैं ?

Indian Army unfurls flag in Galwan valley
गलवान में फहरा तिरंगा
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Published : Jan 4, 2022, 3:43 PM IST

Updated : Jan 4, 2022, 7:31 PM IST

नई दिल्ली : लद्दाख की जमा देने वाली सर्दी में भी भारतीय सेना के जांबाज सीमा पर मुस्तैद रहते हैं. ऐसा ही कुछ देखने को मिला नए साल के अवसर पर. सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना के जवानों ने नए साल की पूर्व संध्या पर गलवान में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया था. गलवान के घटनाक्रम पर कांग्रेस ने पीएम मोदी से तीखे सवाल पूछे हैं. कांग्रेस ने सवाल किया है कि आप चीन को कोई जवाब क्यों नहीं दे रहे ? आपके मुंह में दही क्यों जमा है ?

गलवान में तिरंगा फहराने की तस्वीर मीडिया में आई उन खबरों के बीच आया है, जिसमें दावा किया गया था कि चीनी सैनिकों ने कुछ दिन पहले इस क्षेत्र में अपना झंडा दिखाया था. ग्लोबल टाइम्स ने इसका वीडियो भी पोस्ट किया था.

बता दें कि मीडिया रिपोर्ट में चीनी सरकार द्वारा अरुणाचल में कई जगहों के नाम बदलने की बात सामने आ चुकी है. इस खबर में कहा गया है कि चीन ने नए सीमा कानून को लागू करने से दो दिन पहले अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश में 15 स्थानों का 'नाम बदलने' की पहल की. इस पर भारत ने कहा था कि चीन के इस प्रयास से हकीकत नहीं बदलने वाला है.

सरकार ने गुरुवार, 30 दिसंबर को कहा था, भारत ने चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों का नाम 'अपनी भाषा में' करने का प्रयास करने की रिपोर्ट देखी है. भारत ने कहा था कि सीमावर्ती राज्य हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा.

यह भी पढ़ें- China Pangong Lake Bridge : 'ड्रैगन' ने शुरू किया पुल का निर्माण, सैनिकों को मिलेगी बड़ी मदद

भारत ने कहा कि आविष्कृत नामों को निर्दिष्ट करने से इस तथ्य को नहीं बदला जा सकता (assigning invented names does not alter this fact) कि ये इलाके भारत के हैं.

अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों का नाम चीन ने अपनी भाषा में बदलने की पहल की थी. इन खबरों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि चीन ने अप्रैल, 2017 में भी ऐसे नाम देने की पहल की थी.

एक जनवरी, 2022 ग्लोबल टाइम्स के इस वीडियो को फर्जी माना जा रहा है. दरअसल, सोशल मीडिया पर चीन की सरकार द्वारा समर्थित हैंडल और अन्य माध्यमों से कथित रूप से गलवान घाटी में चीन के झंडे के फहराए जाने का वीडियो दिखाया गया है. यह वीडियो एक जनवरी को साझा किया गया था. इसमें चीनी सैनिकों को चीन का झंडा फहराते हुए और अपना राष्ट्रगान गाते हुए दिखाया गया है.

चीन द्वारा कथित रूप से गलवान घाटी में अपना झंडा फहराए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर डाले जाने के मामले में कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला किया है. मंगलवार को कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि इस मामले पर 'चुप्पी साधकर' नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार देश की सेना का मनोबल तोड़ रही है.

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, 'जिस गलवान घाटी में हमारे जवान शहीद हुए थे, उसी घाटी में चीन ने एक जनवरी को अपना झंडा फहराया और अपना राष्ट्रगान गाया. ऐसे में आपके मुंह में दही क्यों जमा है? हमारी सेना का मनोबल आप क्यों तोड़ रहे हैं? आप चीन को कोई जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं?'

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'आज हमारी सरहद पर जो हो रहा है उस पर आपका (प्रधानमंत्री) मौन निंदनीय ही नहीं बल्कि चिंता का विषय भी है. सरहद पर चीन बैठा है और चीन के बल पर पाकिस्तान भी नाचता है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जितने भी नेता हैं वे गलवान में शहीद हुए जवानों के परिवारों से हाथ जोड़कर माफी मांगें.'

बता दें कि मई, 2020 में गलवान घाटी में हुए हिंसक संघर्ष के बाद भारत और चीन के बीच कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ता हुई है. हालांकि, बातचीत के बाद भी गतिरोध खत्म नहीं किया जा सका है. गलवान हिंसा के बाद से भारत और चीन के रिश्ते तल्ख हैं.

(एएनआई)

नई दिल्ली : लद्दाख की जमा देने वाली सर्दी में भी भारतीय सेना के जांबाज सीमा पर मुस्तैद रहते हैं. ऐसा ही कुछ देखने को मिला नए साल के अवसर पर. सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना के जवानों ने नए साल की पूर्व संध्या पर गलवान में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया था. गलवान के घटनाक्रम पर कांग्रेस ने पीएम मोदी से तीखे सवाल पूछे हैं. कांग्रेस ने सवाल किया है कि आप चीन को कोई जवाब क्यों नहीं दे रहे ? आपके मुंह में दही क्यों जमा है ?

गलवान में तिरंगा फहराने की तस्वीर मीडिया में आई उन खबरों के बीच आया है, जिसमें दावा किया गया था कि चीनी सैनिकों ने कुछ दिन पहले इस क्षेत्र में अपना झंडा दिखाया था. ग्लोबल टाइम्स ने इसका वीडियो भी पोस्ट किया था.

बता दें कि मीडिया रिपोर्ट में चीनी सरकार द्वारा अरुणाचल में कई जगहों के नाम बदलने की बात सामने आ चुकी है. इस खबर में कहा गया है कि चीन ने नए सीमा कानून को लागू करने से दो दिन पहले अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश में 15 स्थानों का 'नाम बदलने' की पहल की. इस पर भारत ने कहा था कि चीन के इस प्रयास से हकीकत नहीं बदलने वाला है.

सरकार ने गुरुवार, 30 दिसंबर को कहा था, भारत ने चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों का नाम 'अपनी भाषा में' करने का प्रयास करने की रिपोर्ट देखी है. भारत ने कहा था कि सीमावर्ती राज्य हमेशा भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा.

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भारत ने कहा कि आविष्कृत नामों को निर्दिष्ट करने से इस तथ्य को नहीं बदला जा सकता (assigning invented names does not alter this fact) कि ये इलाके भारत के हैं.

अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों का नाम चीन ने अपनी भाषा में बदलने की पहल की थी. इन खबरों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि चीन ने अप्रैल, 2017 में भी ऐसे नाम देने की पहल की थी.

एक जनवरी, 2022 ग्लोबल टाइम्स के इस वीडियो को फर्जी माना जा रहा है. दरअसल, सोशल मीडिया पर चीन की सरकार द्वारा समर्थित हैंडल और अन्य माध्यमों से कथित रूप से गलवान घाटी में चीन के झंडे के फहराए जाने का वीडियो दिखाया गया है. यह वीडियो एक जनवरी को साझा किया गया था. इसमें चीनी सैनिकों को चीन का झंडा फहराते हुए और अपना राष्ट्रगान गाते हुए दिखाया गया है.

चीन द्वारा कथित रूप से गलवान घाटी में अपना झंडा फहराए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर डाले जाने के मामले में कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला किया है. मंगलवार को कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि इस मामले पर 'चुप्पी साधकर' नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार देश की सेना का मनोबल तोड़ रही है.

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, 'जिस गलवान घाटी में हमारे जवान शहीद हुए थे, उसी घाटी में चीन ने एक जनवरी को अपना झंडा फहराया और अपना राष्ट्रगान गाया. ऐसे में आपके मुंह में दही क्यों जमा है? हमारी सेना का मनोबल आप क्यों तोड़ रहे हैं? आप चीन को कोई जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं?'

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'आज हमारी सरहद पर जो हो रहा है उस पर आपका (प्रधानमंत्री) मौन निंदनीय ही नहीं बल्कि चिंता का विषय भी है. सरहद पर चीन बैठा है और चीन के बल पर पाकिस्तान भी नाचता है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जितने भी नेता हैं वे गलवान में शहीद हुए जवानों के परिवारों से हाथ जोड़कर माफी मांगें.'

बता दें कि मई, 2020 में गलवान घाटी में हुए हिंसक संघर्ष के बाद भारत और चीन के बीच कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ता हुई है. हालांकि, बातचीत के बाद भी गतिरोध खत्म नहीं किया जा सका है. गलवान हिंसा के बाद से भारत और चीन के रिश्ते तल्ख हैं.

(एएनआई)

Last Updated : Jan 4, 2022, 7:31 PM IST
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