गिरिडीह: जिले के जमुआ थाना इलाके में एक बड़ी लूट ने गिरिडीह पुलिस की नींद हराम कर दी है. लूट पांच करोड़ की है और घटना सात दिन पहले की है. इस घटना को लेकर पुलिस सात दिनों से चुप्पी साध कर छानबीन में जुटी है. अभी भी पुलिस कुछ बताने से परहेज कर रही है. मामला करोड़ों का है तो ऐसे में पुलिस इसकी सत्यता भी पता कर रही है. हालांकि इस मामले में गुजरात के पाटन जिला अंतर्गत सांतलपुर निवासी मयूर सिंह जडेजा के आवेदन पर एफआइआर दर्ज कर ली गई है. कांड के अनुसन्धान का जिम्मा अवर निरीक्षक नितेश कुमार पांडेय को दिया गया है. इनके अलावा खोरीमहुआ एसडीपीओ मुकेश महतो, जमुआ थाना प्रभारी पप्पू कुमार के साथ कई अधिकारी भी जांच में जुटे हुए हैं. सात दिनों के अंदर जमुआ-देवघर, जमुआ-कोडरमा, जमुआ-गिरिडीह पथ के सभी सीसीटीवी को चेक किया गया है. गिरिडीह शहर के सीसीटीवी फूटेज को भी चेक किया गया.
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स्कार्पियो-एसयूवी सवार अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम: इस घटना को लेकर जमुआ थाना कांड संख्या 256/23 धारा 395 भादवि दर्ज किया गया है. इस प्राथमिकी में गुजरात निवासी मयूर सिंह ने बताया है कि वह गुजरात में बतौर टेक्निशियन काम करता है. एक दिन उसका परिचित गोविन्द सिंह सोलंकी मिला और बेहतर काम दिलवाने का भरोसा दिलवाया. एक दिन गोविन्द ने उसे गुजरात से दिल्ली फिर दिल्ली से कानपुर जाने को कहा. वह कानपुर पहुंचा तो यहां करन भाई नामक व्यक्ति ने उसे रिसीव किया. यहां पर तीन दिन रुकने के बाद गुजरात के ही जगत सिंह जडेजा ऊर्फ जगत भाई क्रेटा वाहन संख्या RJ 45 CU - 9964 लेकर आया और मुझे उस गाड़ी में बैठाकर पटना स्थित डीवाई कंपनी ले आया. यहां पर बताया गया कि उक्त गाड़ी से पांच करोड़ रुपया लेकर कोलकाता जाना है. रुपया को गाड़ी के अंदर बने एक बॉक्स में रख दिया गया और 20 जून की शाम 8-9 बजे के बीच कोलकाता के लिए वह निकल गया.
21 जून की रात लगभग 1:30 बजे वे लोग जमुआ थाना इलाके के टीकामगहा पहुंचे और यहां पेट्रोल पंप में तेल भरवाया. यहां से अभी आगे बढे थे कि बाटी के पास ओवरटेक कर एक स्कार्पियो ने उसकी गाड़ी को रुकवाया. स्कार्पियो से पांच आदमी उतरे और उसके वाहन का दरवाजा खुलवाया, वाहन का चाबी निकाल लिया. इसके बाद उसे तथा जगत सिंह संग मारपीट कर दोनों को स्कार्पियो वाहन पर बैठा लिया गया. यहां के बाद उनके वाहन को अपराधियों में से एक व्यक्ति चलाने लगा. जबकि दोनों का मोबाइल छिनकर स्कार्पियो को कच्ची रास्ता में ले गया, थोड़ी देर बाद अपराधियों ने उन्हें स्कार्पियो से भी उतार दिया और अपराधी वाहन लेकर चले गए. इसके बाद दोनों पैदल ही भटकते-भटकते सुबह पांच बजे पक्की सड़क पर पहुंचे. यहां पर एक होटल के पास उन्हें अपना वाहन क्रेटा दिखा. जब वह अपने साथी के साथ वाहन के समीप पहुंचा तो देखा कि गाड़ी के अंदर बना बॉक्स टूटा हुआ है और पांच करोड़ गायब हैं. पीड़ित का कहना है कि जिस स्कार्पिओ वाहन पर आये अपराधियों ने लूट की है उस वाहन का नंबर बीआर - 7230 लिखा हुआ था. स्कार्पिओ के साथ एक्सयूवी 300 वाहन भी था.
नड्डा की सुरक्षा व्यवस्था में जुटी थी पुलिस इधर हो गया कांड: यहां बता दें कि यह घटना 21 जून की है जबकि 22 जून को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का गिरिडीह में कार्यक्रम था. जिला पुलिस जेपी नड्डा की सुरक्षा में लगी थी तो दूसरी तरफ अपराधियों ने पांच करोड़ पर हाथ साफ कर लिया. अब पुलिस इस घटना की सत्यता की जांच कर रही है. यह पता लगाया जा रहा है कानून को ताक पर रखकर इतनी मोटी रकम को एक कार से क्यों भेजा जा रहा था. इतनी मोटी रकम को पटना से कोलकाता भेजने के पीछे की वजह क्या थी. पुलिस हवाला से भी इसे जोड़कर जांच कर रही है.