नई दिल्ली : भारत की सीमा के पास उत्तर-पश्चिमी म्यांमा में शुक्रवार तड़के 6.1 की तीव्रता का भूकंप आया. वहां कम आबादी होने के कारण नुकसान भी कम हुआ है.
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के अनुसार, भूकंप का केन्द्र चिन राज्य की राजधानी हखा शहर के पास 32.8 किलोमीटर (20.4 मील) की गहराई पर था, जिसके झटके सीमा पार भारत और बांग्लादेश के कस्बों तथा शहरों में भी महसूस किए गए.
एजेंसी ने बताया कि इस क्षेत्र में हाल में आए भूकंपों ने भूस्खलन जैसे खतरों को बढ़ा दिया है, जिससे काफी नुकसान हो सकता है। हालांकि, यह भूकंप कम आबादी वाले क्षेत्र में आया, इसलिए इससे अधिक खतरा उत्पन्न नहीं हुआ है.
बांग्लादेश में म्यांमार-भारत सीमा पर 6.3 और मिजोरम में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया. शुक्रवार सुबह करीब 5.15 बजे चटगांव, बांग्लादेश (म्यांमार-भारत सीमा क्षेत्र) के 175 किमी पूर्व में 6.3 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। यूरोपीय-भूमध्य भूकंप केंद्र (ईएमएससी) ने इस बात की पुष्टि की है. खबर लिखे जाने तक किसी के घायल होने की कोई जानकारी नहीं है. हालांकि भूकंप आने के बाद लोग घरों से बाहर आ गए.
बता दें कि रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है और यह भूकंप महसूस नहीं किए जाते. रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोजाना दर्ज किए जाते हैं. इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है. ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं इसे भी सामान्य तौर पर हम महसूस नहीं करते. वेरी लाइट कैटेगरी के भूकंप 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं. इन्हें महसूस तो किया जाता है लेकिन शायद ही इनसे कोई नुकसान पहुंचता है.