नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ लॉकडाउन को आगे बढ़ाने व अन्य मसलों पर चर्चा की. यह चर्चा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई. चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने देश के नाम किए संबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि जान है तो जहान है और हर नागरिक की जान है.
चर्चा में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कैप्टन अमरिंदर सिंह और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे सहित कुछ अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों द्वारा लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाने की मांग की गई. वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर जानकारी दी कि पीएम ने लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का फैसला किया है जोकि सही है. आज दूसरे विकसित देशों के मुकाबले भारत की स्थिति बेहतर है. इसकी वजह यह है कि हमने लॉकडाउन पहले शुरू कर दिया, अब अगर इसे रोका जाता है तो सब पाया हुआ खो देंगे. इसलिए यह जरूरी है कि इसे आगे बढ़ाया जाए.'
बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'जान है तो जहान है, जब मैंने राष्ट्र के नाम सन्देश दिया था, तो प्रारम्भ में बल दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंशिंग का पालन बहुत आवश्यक है. देश के अधिकतर लोगों ने बात को समझा और घरों में रहकर दायित्व निभाया.'
पीएम मोदी ने कहा, 'भारत के उज्जवल भविष्य के लिए, समृद्ध और स्वस्थ भारत के लिए जान भी जहान भी दोनों पहलुओं पर ध्यान देना आवश्यक है, जब देश का प्रत्येक व्यक्ति जान भी और जहान भी, दोनों की चिंता करते हुए अपने दायित्व निभाएगा, सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करेगा.'
बुधवार को सभी दलों के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग में पीएम ने कहा था कि वह देशभर में लागू लॉकडाउन की समय सीमा में परिवर्तन पर फैसला लेने से पहले सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से एक बार और बात करेंगे.
इससे पहले प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस पर दो अप्रैल को देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की थी. इस दौरान पीएम ने कहा था कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद आबादी के फिर से घर से बाहर निकलने को ध्यान में रखते हुए राज्यों और केंद्र को एक रणनीति तैयार करनी चाहिए.
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में समन्वित प्रयासों की जरूरत को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था, 'जिला स्तर पर इस उद्देश्य के लिए आपदा प्रबंधन समूह बनाया जाना चाहिए. इसके साथ ही जिला निगरानी अधिकारियों को नियुक्त किये जाने की जरूरत है.'
गौरतलब है कि लॉकडाउन के बाद से कोरोना के मसले पर पीएम मोदी अब तक दो बार राष्ट्र को संबोधित कर चुके हैं, जिसमें एक बार कोरोना वायरस के चलते एक दिन का जनता कर्फ्यू का एलान किया गया था.
इसके अलावा वह डाक्टरों, पत्रकारों, विदेशों में भारतीय मिशनों के राजनयिकों सहित विभिन्न पक्षकारों से बातचीत कर चुके हैं.
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गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 239 हो गई है और संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 7447 पर पहुंच गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 642 लोग स्वस्थ हो गए और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.