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किस्सा नहीं यहां हकीकत है 'मोगली' और 'बघीरा' की कहानी - girl playing with leopard

क्या आप किसी तेंदुए से एक बच्ची की दोस्ती पर यकीन करेंगे? शायद नहीं! लेकिन आज हम आपको ऐसी ही एक दोस्ती के एक किस्से से रूबरू कराने वाले हैं.

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इंसानों और तेंदुए के बच्चे की ऐसी दोस्ती नहीं देखी होगी
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Published : Feb 24, 2020, 12:03 AM IST

Updated : Mar 2, 2020, 8:48 AM IST

मुंबई : वनों के अंधाधुंध क्षरण से वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास छिनते जा रहे हैं. यही कारण है कि प्रायः वन्यजीव मानव आबादी वाले क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं. खतरनाक वन्य जीवों में तेंदुआ एक ऐसा प्राणी है, जो मानव आबादी में सबसे ज्यादा घुसपैठ करता है. इसका मुख्य कारण है बड़ी घास वाले स्थान या इसी आकार वाली फसलें. कई बार गन्ना, गेहूं, आदि फसलों में तेंदुए प्रजनन भी करते हैं.

ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र के अहमदनगर जिला स्थित शिरडी शिंगवे रोड पर एक बस्ती में देखने को मिला. यहां एक खेत में तेंदुए को देख तीन बच्चों ने उससे दोस्ती कर ली. दरअसल यह तेंदुआ पूर्ण वयस्क नहीं था और ऐसा लगता है कि उसका जन्म कुछ माह पूर्व ही हुआ होगा.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

फसल में छिपे तेंदुए के बच्चे को देख तीनों लड़कियां पहले तो डर गईं, लेकिन जब यह तेंदुआ कई दिन तक दिखता रहा तो इन बच्चियों ने इससे दोस्ती कर ली. तेंदुआ भी बच्चों के साथ खेलने लगा. बच्चों ने इस तेंदुए का नाम बघीरा ही रख दिया है. छोटे तेंदुए की मां रात में उसके साथ होती है, इस बात का पता गांव वालों को लग चुका है. एक बच्ची ने इस तेंदुए के लिए घर भी बना दिया है.

तेंदुए का बच्चा बड़ा होकर चला जाएगा, यह सोचकर बच्चे मायूस हो जाते हैं. स्कूल जाने से पहले सारे बच्चे उसे प्यार से सहलाते हैं. तेंदुआ भले ही हिंसक जीव है, लेकिन यहां पर बच्चों के बीच में उसके लिए प्यार देखते ही बनता है. कहना मुश्किल है कि इस दोस्ती का अंजाम क्या होगा?

मुंबई : वनों के अंधाधुंध क्षरण से वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास छिनते जा रहे हैं. यही कारण है कि प्रायः वन्यजीव मानव आबादी वाले क्षेत्रों में पहुंच जाते हैं. खतरनाक वन्य जीवों में तेंदुआ एक ऐसा प्राणी है, जो मानव आबादी में सबसे ज्यादा घुसपैठ करता है. इसका मुख्य कारण है बड़ी घास वाले स्थान या इसी आकार वाली फसलें. कई बार गन्ना, गेहूं, आदि फसलों में तेंदुए प्रजनन भी करते हैं.

ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र के अहमदनगर जिला स्थित शिरडी शिंगवे रोड पर एक बस्ती में देखने को मिला. यहां एक खेत में तेंदुए को देख तीन बच्चों ने उससे दोस्ती कर ली. दरअसल यह तेंदुआ पूर्ण वयस्क नहीं था और ऐसा लगता है कि उसका जन्म कुछ माह पूर्व ही हुआ होगा.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

फसल में छिपे तेंदुए के बच्चे को देख तीनों लड़कियां पहले तो डर गईं, लेकिन जब यह तेंदुआ कई दिन तक दिखता रहा तो इन बच्चियों ने इससे दोस्ती कर ली. तेंदुआ भी बच्चों के साथ खेलने लगा. बच्चों ने इस तेंदुए का नाम बघीरा ही रख दिया है. छोटे तेंदुए की मां रात में उसके साथ होती है, इस बात का पता गांव वालों को लग चुका है. एक बच्ची ने इस तेंदुए के लिए घर भी बना दिया है.

तेंदुए का बच्चा बड़ा होकर चला जाएगा, यह सोचकर बच्चे मायूस हो जाते हैं. स्कूल जाने से पहले सारे बच्चे उसे प्यार से सहलाते हैं. तेंदुआ भले ही हिंसक जीव है, लेकिन यहां पर बच्चों के बीच में उसके लिए प्यार देखते ही बनता है. कहना मुश्किल है कि इस दोस्ती का अंजाम क्या होगा?

Last Updated : Mar 2, 2020, 8:48 AM IST
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