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अहमदाबाद ब्लास्ट का आरोपी बिलाल असलम गिरफ्तार

2006 में अहमदाबाद कालूपुर रेलवे स्टेशन ब्लास्ट केस के आरोपी बिलाल असलम को बारामुला से गिरफ्तार किया गया है. वह 15 साल से फरार था.

Gujarat ATS
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Published : Sep 30, 2021, 3:34 PM IST

Updated : Sep 30, 2021, 10:44 PM IST

अहमदाबाद : गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने गुरुवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के एक अन्य व्यक्ति के साथ 2006 के जिहादी साजिश मामले में वांछित एक आरोपी को गिरफ्तार किया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.

गुजरात के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आशीष भाटिया ने कहा कि अहमदाबाद में 2006 में कालूपुर रेलवे स्टेशन पर हुए बम धमाके के बाद 15 वर्षों से फरार बिलाल अहमद डार को एटीएस के दल ने बारामूला जिले से गिरफ्तार किया.

डीजीपी ने बताया कि एटीएस ने अनंतनाग के निवासी हुसैन अली डार को भी गिरफ्तार किया जिसने 2009 से पहले कथित तौर पर 108 किलोग्राम चरस गुजरात भेजा था और उस पर भारत विरोधी गतिविधियों के लिए उससे मिले धन के इस्तेमाल का संदेह था. उन्होंने कहा कि दोनों आरोपियों को यहां लाया जा रहा है.

अहमदाबाद के मुख्य कालूपुर रेलवे स्टेशन पर फरवरी 2006 में हुए बम धमाके में कुछ लोग घायल हो गए थे. भाटिया ने संवाददाताओं से कहा, 'जांच से पता चला है कि कश्मीर के दो लोगों असलम और बशीर ने भरूच स्थित मदरसे में पढ़ने वाले कुछ युवाओं को गोधरा हिंसा के बाद की हिंसा के वीडियो दिखाकर उकसाया और बदला लेने के लिए देश में आतंक फैलाने के लिए उन्हें प्रेरित किया.' उन्होंने कहा कि बिलाल डार 2006 में इस मदरसे में पढ़ता था.

भाटिया ने कहा कि इसके बाद भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत साजिश और देशद्रोह का एक अलग मामला उन सभी आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया गया जो साजिश का हिस्सा थे.

शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा, 'असलम और बशीर से मिलने के बाद बिलाल (पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह) लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गया. उसने फिर 15 अन्य मुस्लिम युवकों को उकसाया और उन्हें आईएसआई की मदद से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान भेज दिया ताकि उन्हें गोली चलाने और बम बनाने में प्रशिक्षित किया जा सके.'

उन्होंने कहा कि इस साजिश के संबंध में पूर्व में नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. डीजीपी ने कहा कि असलम वर्तमान में एक अन्य मामले में जम्मू-कश्मीर की जेल में बंद है, जबकि बशीर 2016 में जम्मू-कश्मीर में एक मुठभेड़ में मारा गया था.

हुसैन अली डार की गिरफ्तारी के बारे में, एटीएस की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उसे 2009 में गुजरात में 10 किलो चरस के साथ शंकर प्रसाद को गिरफ्तार किया था. इस मामले में सात और लोगों को गिरफ्तार किया गया था.

उनमें से कुछ ने हुसैन अली डार को मुख्य आपूर्तिकर्ता बताया जिसने पूर्व में 108 किलो चरस गुजरात भेजी थी. विज्ञप्ति के मुताबिक, ऐसा संदेह था कि वह तस्करी से प्राप्त धन का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों में कर रहा था.

10 से अधिक लोग घायल हुए थे
19 फरवरी 2006 को अहमदाबाद के कालूपुर रेलवे स्टेशन पर कई बम विस्फोट हुए, जिसमें 10 से अधिक लोग घायल हो गए. प्लेटफार्म पर स्थापित पीसीओ बूथों के अंदर विस्फोट हुए थे.

पढ़ें- अहमदाबाद ब्लास्ट : गुजरात एटीएस ने लश्कर के आतंकी को किया गिरफ्तार

अहमदाबाद : गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने गुरुवार को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के एक अन्य व्यक्ति के साथ 2006 के जिहादी साजिश मामले में वांछित एक आरोपी को गिरफ्तार किया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.

गुजरात के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आशीष भाटिया ने कहा कि अहमदाबाद में 2006 में कालूपुर रेलवे स्टेशन पर हुए बम धमाके के बाद 15 वर्षों से फरार बिलाल अहमद डार को एटीएस के दल ने बारामूला जिले से गिरफ्तार किया.

डीजीपी ने बताया कि एटीएस ने अनंतनाग के निवासी हुसैन अली डार को भी गिरफ्तार किया जिसने 2009 से पहले कथित तौर पर 108 किलोग्राम चरस गुजरात भेजा था और उस पर भारत विरोधी गतिविधियों के लिए उससे मिले धन के इस्तेमाल का संदेह था. उन्होंने कहा कि दोनों आरोपियों को यहां लाया जा रहा है.

अहमदाबाद के मुख्य कालूपुर रेलवे स्टेशन पर फरवरी 2006 में हुए बम धमाके में कुछ लोग घायल हो गए थे. भाटिया ने संवाददाताओं से कहा, 'जांच से पता चला है कि कश्मीर के दो लोगों असलम और बशीर ने भरूच स्थित मदरसे में पढ़ने वाले कुछ युवाओं को गोधरा हिंसा के बाद की हिंसा के वीडियो दिखाकर उकसाया और बदला लेने के लिए देश में आतंक फैलाने के लिए उन्हें प्रेरित किया.' उन्होंने कहा कि बिलाल डार 2006 में इस मदरसे में पढ़ता था.

भाटिया ने कहा कि इसके बाद भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत साजिश और देशद्रोह का एक अलग मामला उन सभी आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया गया जो साजिश का हिस्सा थे.

शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा, 'असलम और बशीर से मिलने के बाद बिलाल (पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह) लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गया. उसने फिर 15 अन्य मुस्लिम युवकों को उकसाया और उन्हें आईएसआई की मदद से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान भेज दिया ताकि उन्हें गोली चलाने और बम बनाने में प्रशिक्षित किया जा सके.'

उन्होंने कहा कि इस साजिश के संबंध में पूर्व में नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. डीजीपी ने कहा कि असलम वर्तमान में एक अन्य मामले में जम्मू-कश्मीर की जेल में बंद है, जबकि बशीर 2016 में जम्मू-कश्मीर में एक मुठभेड़ में मारा गया था.

हुसैन अली डार की गिरफ्तारी के बारे में, एटीएस की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उसे 2009 में गुजरात में 10 किलो चरस के साथ शंकर प्रसाद को गिरफ्तार किया था. इस मामले में सात और लोगों को गिरफ्तार किया गया था.

उनमें से कुछ ने हुसैन अली डार को मुख्य आपूर्तिकर्ता बताया जिसने पूर्व में 108 किलो चरस गुजरात भेजी थी. विज्ञप्ति के मुताबिक, ऐसा संदेह था कि वह तस्करी से प्राप्त धन का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों में कर रहा था.

10 से अधिक लोग घायल हुए थे
19 फरवरी 2006 को अहमदाबाद के कालूपुर रेलवे स्टेशन पर कई बम विस्फोट हुए, जिसमें 10 से अधिक लोग घायल हो गए. प्लेटफार्म पर स्थापित पीसीओ बूथों के अंदर विस्फोट हुए थे.

पढ़ें- अहमदाबाद ब्लास्ट : गुजरात एटीएस ने लश्कर के आतंकी को किया गिरफ्तार

Last Updated : Sep 30, 2021, 10:44 PM IST
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