ऊना: चिंतपूर्णी मंदिर न्यास व एशियन डेवलपमेंट बैंक ने संयुक्त रूप से चिंतपूर्णी में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए करीब 55 करोड़ की लागत से बहुउद्देश्यीय भवन का निर्माण किया है. 45 कनाल भूमि पर बने इस बहुउद्देशीय भवन में 400 गाड़ियों की पार्किंग के साथ- साथ दर्शन पर्ची काउन्टर, वेटिंग हाल, म्यूजियम, क्लॉक रुम, होटल, लंगर हाल, फूड जोन, दुकानें और प्रशासनिक कार्यालय भवन में मौजूद हैं.
कैम्पस में फाउंटेन और बच्चों के मनोरंजन के लिए सुविधाएं भी भवन में उपलब्ध करवाई जाएगी. इसके अलावा तीन सौ से ज्यादा शौचालय भवन में होंगे. भवन को चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट ने मात्र 10 लाख एक हजार रुपये के सालाना किराए पर संचालन और रखरखाव के लिए निजी पार्टी को देने की योजना तैयार की है. मंदिर न्यास ने इस बारे में भाषा एवं संस्कृति विभाग को स्वीकृति के लिए 18 फरवरी और 16 मई 2019 को प्रस्ताव भी भेजे थे. मंदिर न्यास के इस फैसले के खिलाफ स्थानीय लोगों ने अब अपनी आवाज बुलंद कर दी है.
लोगों की माने तो 55 करोड़ की लागत से तैयार इतने बड़े भवन को मंदिर प्रशासन कम दामों पर संचालन के लिए दे रहा है और जिस कंपनी को इस भवन के संचालन का जिम्मा सौंपने की तैयारी की गई है. उस कंपनी के पास पहले ही चिंतपूर्णी बस अड्डे का भी ठेका है, जहां पर श्रद्धालुओं से गाड़ी पार्किंग की भारी भरकम राशि वसूली जा रही है. लोगों का कहना है कि चिंतपूर्णी मंदिर न्यास के अध्यक्ष एवं डीसी ऊना संदीप कुमार ऐसी किसी भी योजना से इंकार कर रहे है, लेकिन स्थानीय लोग इस योजना के प्रस्ताव की कॉपी मीडिया को मुहैया करवा चुके है.
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वहीं,चिंतपूर्णी मंदिर न्यास के अध्यक्ष एवं डीसी ऊना संदीप कुमार ने एडीबी भवन के संचालन और रखरखाव के लिए किसी निजी पार्टी को देने की योजना से इंकार किया है और चिंतपूर्णी बस स्टैंड में पार्किंग फीस के मुद्दे पर जल्द ही कोई हल निकालने का भी दावा किया है.