ऊना: जिला के एक सरकारी स्कूल में अध्यापक समारोह के बाद छात्रों से जूठी पत्तलें और कूड़ा कचरा उठाते नजर आए. जिसका वीडियो वायरल होने के बाद मामले का खुलासा हुआ है.
शिक्षा के मंदिर में अध्यापकों का ऐसा कारनामा सामने आया है, जिसने प्रदेश सरकार के बेहतर शिक्षा देने के दावों की पोल खोल कर रख दी है. ऊना जिला के गांव चताड़ा के प्राइमरी स्कूल में मंगलवार को वार्षिक समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में बच्चों से लेकर आए हुए अतिथियों के लिए भोजन की भी व्यवस्था की गई थी. धूमधाम से वार्षिक समारोह संपन्न हुआ, लेकिन इसके बाद अध्यापकों ने नौनिहालों से न केवल जूठी पत्तलें उठवाईं बल्कि बच्चों से चपड़ासी की तरह भारी भरकम कूड़ा कर्कट भी उठवाया.
बच्चों द्वारा उठवाया गया वो कूड़ा स्कूल के बाहर ही खेल के मैदान में फेंक दिया गया. खेल के मैदान में कूड़ा फेंकते हुए बच्चों के पीछे आवारा पशुओं के झुंड आने लगा तो बच्चों ने भाग कर अपनी जान बचाई. टीचर्स द्वारा छात्रों से कूड़ा उठाए जाने के पूरे कारनामे का खुलासा वीडियो वायरल होने के बाद हुआ.
वायरल हो रही वीडियो में एक नन्हा सा छात्र अपने वजन से तीन गुणा भारी कूड़ा उठाकर गेट से बाहर ले जाता दिखाई दे रहा है. कूड़े का वजन इतना ज्यादा था कि वो उसे उठा नहीं पाया तो धकेल के मैदान तक ले गया. जहां मैदान में उसके पीछे आवारा पशुओं का झुंड पड़ गया, जिसके बाद छात्र ने भाग कर अपनी जान बचाई.
मामले को लेकर स्कूल प्रशासन व स्कूल के प्रिंसिपल सुखवीर सिंह ने बच्चों से किसी प्रकार के कूड़ा कर्कट न उठाने की बात कही. ऐसे में सवाल ये भी है कि बच्चों को अखिर किसने स्कूल में पड़ी गंदगी साफ करने की बात कही.
वहीं, एसडीएम ऊना सुरेश जसवाल ने कहा कि मीडिया के माध्यम से ही उन्हें मामले की जानकारी मिली है. एसडीएम ने इस मामले को लेकर शिक्षा विभाग से जांच करवाने का दावा किया है.