ऊना: डीआरडीए के कक्ष में जनगणना-2021 और गणना को मोबाइल से जोड़ने को लेकर जिला स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता भारत सरकार के निदेशक जनगणना संचालन-सह-संयुक्त रजिस्ट्रार जनरल डॉ. अभिषेक जैन ने की.
डॉ अभिषेक जैन ने कहा कि जिला के प्रत्येक गांव, कस्बा और वार्ड स्तर पर जनगणना होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि 2021 की जनगणना डेटा संग्रह के लिए नई रूप रेखा तैयार की गई है जिसमें पेपर शेड्यूल और मोबाइल ऐप का उपयोग किया जाएगा.
अभिषेक जैन ने बताया कि जनगणना को दो चरणों में बांटा गया है.पहले चरण में अप्रैल से सितंबर 2020 के दौरान लगातार 45 दिन तक प्रत्येक घरों की गणना होगी और दूसरे चरण में 9 फरवरी से 28 फरवरी 2021 तक जनसंख्या की गणना की जाएगी. 1 मार्च से 5 मार्च 2021 तक संशोधित दौर चलेगा.
उन्होंने बताया कि जिले में 12 फील्ड ट्रेनर, 24 तहसील/ उप-तहसील और 1225 अध्यापक की ओर से जनगणना की जाएगी और इन अध्यापकों/ प्रगणकों उपयुक्त स्थान भी दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि जिला में अबतक कुल 248 यूनिट का पंजीकरण किया गया है.
डॉ अभिषेक जैन ने बताया कि 2021 की जनगणना के लिए प्रशासनिक व्यवस्था का अहम योगदान रहेगा जिसमें उपायुक्त जिले के प्रधान जनगणना अधिकारी, तहसीलदार उप-जिला व कस्बा स्तर पर चार्ज अधिकारी, स्कूलों के अध्यापक को पर्यवेक्षक और आगंबाड़ी वर्कर घर-घर जाकर डाटा इक्टठा करेंगे.
बैठक में उन्होंने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक जन्म और मृत्य का पंजीकरण सुनिश्चित करें. समस्त अस्पतालों/ स्वास्थ्य सस्थानों को निर्देश दिए की जन्म से 21 दिनों के भीतर प्रत्येक नवजात को निशुल्क पंजीकरण प्रमाण पत्र उपलब्ध करवना सुनिश्चित करें.