ऊना: हिमाचल सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में प्रदेश के सभी मंदिरों को 10 सितंबर से खोलने का फैसला लिया गया है. जिसके बाद लगभग छह महीने के बाद मंदिरों के कपाट खुलने की खबर से स्थानीय लोगों और माता चिंतपूर्णी के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं में खुशी का महौल है.
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते सरकार के आदेशों पर हिमाचल प्रदेश के सभी शक्तिपीठ व मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गये थे, ताकि हिमाचल प्रदेश के साथ साथ बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को संक्रमण से बचाया जा सके.
वहीं, बीते महीनों में मंदिर बंद होने से स्थानीय दुकानदारों को भी काफी नुकसान हुआ है. दुकानदारों पर रोजी-रोटी का संकट भी छाया हुआ है. अब मंदिर खोलने के सरकार के निर्णय से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है.
वारीदार सभा प्रधान रविन्द्र छिंदा ने कहा कि हिमाचल कैबिनेट के मंदिरों को खोलने के फैसले का पुजारी वर्ग स्वागत करता है. पिछले छह महीने से मंदिरों के कपाट बंद थे. चिंतपूर्णी मंदिर के कपाट बंद होने से व्यापर भी बंद पड़ा था. माता चिंतपूर्णी से यही प्रार्थना करता हूं कि माता चिंतपूर्णी ऐसा समय दोबारा ना दिखाए.
साथ ही भक्तों से भी अपील करता हूं कि माता चिंतपूर्णी के दरबार के दर्शनों के लिए जब भी आएं तो सरकार द्वारा जो कोविड-19 को लेकर जो गाइड लाइन हो उनका पालन करें.
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