ऊना: यूक्रेन से भारतीय छात्रों के लौटने का क्रम लगातार जारी है. इसी बीच जिला मुख्यालय के वार्ड 3 का निवासी और यूक्रेन की खारकीव यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस के दूसरे साल की पढ़ाई कर रहा परविंदर सिंह (Parvinder Singh returned to Una from Ukraine)भी वीरवार देर शाम अपने घर लौटा आया. यूक्रेन में हो रही तबाही का साक्षी बना परविंदर अभी भी उस मंजर को याद करते हुए सिहर जाता है.
परविंदर सिंह भारत के उन छात्रों में शामिल रहा जो अपने यूनिवर्सिटी से यूक्रेन के कीव एयरपोर्ट के लिए निकल तो पड़ा था, लेकिन एयरपोर्ट पहुंचने पर उसे फ्लाइट की जगह तबाही का मंजर मिला. कुछ रातें बंकर में बिताकर पानी और बिस्किट के दम पर गुजारा किया. फिर किसी तरह बचते -बचाते यूक्रेन से हंगरी होते हुए भारत लौटा.
दूसरी तरफ परविंदर के घर पहुंचने पर परिवार और शहर वासियों ने भी राहत की सांस ली. वहीं ,यूक्रेन में फंसे अन्य छात्र-छात्राओं की भी सकुशल रिहाई की उम्मीद जताई.परविंदर सिंह ने बताया कि वह अपनी यूनिवर्सिटी से भारत लौटने के लिए खारकीव से निकला तो खारकीव से वो आखिरी बस थी, जिससे उसने खारकीव को छोड़ा.
परविंदर ने बताया कि उसके खारकीव छोड़ते ही खारकीव में मिसाइलों से हमला हुआ और उसकी यूनिवर्सिटी पर भी हमला हुआ, लेकिन फिर भी देश सकुशल वापसी के लिए परविंदर सिंह ने भारत सरकार के प्रयासों की सराहना की. भारत सरकार के एक्शन में आते ही तमाम भारतीय छात्रों की रिहाई शुरू हो चुकी,लेकिन अभी भी कई छात्र यूक्रेन में फंसे होने का परविंदर सिंह ने दावा किया. वहीं, बेटे की वापसी पर सुखविंदर सिंह ने केंद्र सरकार का आभार जताया.
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