ऊना: हिमाचल में हुई बेमौसम बारिश ने सरकारी कामों की पोल खोलकर रख दी है. जिला मुख्यालय में नवनिर्मित मिनी सचिवालय को अभी शुरू हुए जुम्मा जुम्मा एक माह भी नहीं हुआ है, लेकिन पिछले दिनों हुई बारिश से इस विशाल भवन की पांचवीं मंजिल की छत अभी से टपकना शुरू हो गई है. यही नहीं पांचवीं मंजिल पर बने कमरों और हॉल की दीवारों पर सीलन तक आ गई है. करोड़ों की लागत से तैयार इस मिनी सचिवालय में सामने आई इस समस्या से लोक निर्माण विभाग द्वारा किए गए कामों पर सवाल उठना लाजमी है.
बारिश में टपकने लगी मिनी सचिवालय की छत: पुलिस विभाग को मिनी सचिवालय की पांचवीं मंजिल आवंटित की गई है, लेकिन छत टपकने और कमरों की दीवारों पर सीलन आने के कारण पुलिस के आलाधिकारी अभी तक अपने नए भवन में शिफ्ट नहीं कर पाए है और पुराने भवन से ही पुलिस अमला काम कर रहा है. गर्मियों की हल्की बारिश में ही भवन का यह हाल हो गया है तो, आने वाले दिनों में पड़ने वाली बरसात में क्या होगा? इसका अंदाजा भी खुद ही लगाया जा सकता है. वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने एक कमेटी का गठन कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
लोनिवि के निर्माण कार्य पर उठे सवाल: 29 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ मिनी सचिवालय ऊना की छत पहली बारिश में ही टपकने लगी. इतना ही नहीं पांचवें तल पर बनाए गए कई कमरों और कॉन्फ्रेंस हॉल में जगह-जगह सीलन तक आ गई है. मिनी सचिवालय की छत पर टाइल्स लगी होने के बावजूद छत से पानी टपकना हर किसी को हैरान कर रहा है. जिसके चलते लोक निर्माण विभाग के कार्य की गुणवत्ता पर भी सवाल उठना शुरू हो गए है. छत्त से पानी टपकने व सीलन के चलते पुलिस विभाग के कार्यालय को पांचवे तल पर शिफ्ट होने में अभी ओर समय लग सकता है.
2022 में हुआ था मिनी सचिवालय का उद्घाटन: बता दें कि 29 करोड़ की लागत से तैयार हुए मिनी सचिवालय का उद्घाटन अक्तूबर 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया था. इसके बाद 3 मई को डिप्टी सीएम मुकेश अग्रिहोत्री ने हवन यज्ञ के साथ इस भवन में विभिन्न कार्यालयों का शुभारंभ किया था. प्रथम, द्वितीय, तृतीय और चौथी मंजिल में सभी कार्यालय शिफ्ट हो गए. वहीं, पांचवे मंजिल में एसपी कार्यालय सहित पुलिस के अन्य अधिकारियों के कार्यालय शिफ्ट होने है, लेकिन अभी तक इन कार्यालयों में अधिकारी शिफ्ट नहीं हो पाए है. अब बरसाती पानी टपकने से अधिकारी भी पशोपेश में है.
मामले की जांच के लिए कमेठी गठित: गौरतलब है कि हर साल होने वाली बरसात में पुराने मिनी सचिवालय में स्थित एसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारीयों के कार्यालयों में पानी घुस जाता है, लेकिन अब नए भवन में भी बारिश के पानी ने अधिकारियों को चिंता में डाल दिया है कि आखिरकार वो जाये तो कहां जाये? कहने को तो नवनिर्मित भवन को अत्याधुनिक ढंग से बनाया गया है और भवन में हर सुविधा का ख्याल रखा गया है. कार्यकारी उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर ने कहा मामला संज्ञान में आने के बाद लोक निर्माण विभाग के एसई और एक्सईएन से रिपोर्ट तलब की गई है. वहीं, एक कमेटी का गठन कर इस मामले की जांच भी की जा रही है.
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