ऊना: प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री वीरेंद्र कुमार ने मंगलवार को ऊना में स्थित जिला भाजपा कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार और कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान कांग्रेसी विधायक को जमकर आड़े हाथ लिया. पूर्व मंत्री ने कहा कि विधानसभा में किसी भी सदस्य का पहला भाषण अपने क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर रहता है और वह अपने पहले भाषण में अपने क्षेत्र की जरूरतों प्राथमिकताओं और अधूरे बचे विकास कार्यों को सिरे चढ़ाने की मांग उठाता है. लेकिन कुटलैहड़ के वर्तमान विधायक देवेंद्र कुमार भुट्टो ने विधानसभा में व्यक्तिगत छींटाकशी अपने भाषण में पूरी तरह से अपनाई. जिसमें उन्होंने पूर्व भाजपा सरकार पर उनका मकान गिराने का आरोप लगाया.
पूर्व मंत्री ने कहा कि वर्तमान विधायक के मकान के साथ लगती फॉरेस्ट लैंड उनके मकान में पैमाइश के दौरान पाई गई, जिसके चलते कार्रवाई हो सकती है. इसके साथ ही विधायक ने गोविंद सागर झील में मछली बीज डालने और किसानों को बकरियों के यूनिट आवंटित करने के मामले में घोटाले के आरोप लगाए हैं. पूर्व मंत्री ने चुनौती देते हुए कहा कि वर्तमान सरकार इन सभी आरोपों की जांच करवाएं और यदि सही पाए जाते हैं तो मेरे खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाए. लेकिन यदि यह सभी आरोप झूठे पाए जाते हैं तो मिथ्या आरोपों को लेकर विधायक के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाए.
वहीं, पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में वन, खनन, भू, शराब और ठेकेदार माफिया के पांव पसारने के आरोप लगाए है. पूर्व मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में जो टेंडर 7 करोड़ 70 लाख में आवंटित हुआ था वो ही टेंडर इस सरकार में 11 करोड़ 30 लाख तक जा पहुंचा है. पूर्व मंत्री ने सीएम सुखविंदर सुक्खू से इस मामले की जांच करवाने और स्थानीय विधायक से इस मामले पर अपना स्पष्टीकरण देने की मांग उठाई है. कंवर ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं करती है तो वो इस मामले को लेकर माननीय न्यायलय का दरवाजा खटखटाएंगे.